पेरिसः फ्रांस में मारे गए किशोर की मां के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। इन प्रदर्शनों के दौरान जबर्दस्त हिंसा हुई है और नाराज लोगों ने पुलिस पर जोरदार हमला करते हुए सरकारी वाहनों में आग लगा दी है। अपने बेटे की मौत का मातम मना रही इस मां के साथ पेरिस के पास एक शहर में 6,000 से ज्यादा लोग जुलूस में शामिल हुए है।
यह हिंसा तब शुरू हुई जब फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक चौकी पर पुलिस ने 17 वर्षीय नाहेल की गोली मारकर हत्या कर दी। गुरुवार दोपहर जब मारे गए किशोर नहेल की मां के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ तो यह फिर से हिंसक हो गया।
प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प भी हुई। कुछ पुलिस अधिकारी घायल हो गए। टीवी फुटेज में कार जलती हुई दिखाई दे रही है। सड़कों पर पलटे हुए वाहन दिखे, लोग आंसू गैस से बचने के लिए भागते दिखे। एक अन्य फुटेज में एक प्रदर्शनकारी को पत्थर फेंकते हुए दिखाया गया है। लोग विरोध मार्च में शामिल हुए और किशोर की मौत की घटना के लिए न्याय की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने नहेल के लिए न्याय के नारे लगाते हुए सड़कों पर मार्च किया। उन्होंने इस नारे वाली सफेद टी-शर्ट पहन रखी थी। इस जुलूस का नेतृत्व नहेल की मां सबसे आगे से कर रही थीं। पुलिस द्वारा मारे गए कृष्णन की बहन भी उसके साथ शामिल हो गई।
नाहेल की मां, मोनिया नैनटेरे को उम्मीद है कि उनके बेटे का स्मारक मार्च पेरिस के आसपास के निवासियों के बीच उनके बेटे की यादों को जीवित रखेगा। विरोध शुरू होने से पहले, मोनिया ने एक फ्रांसीसी मीडिया आउटलेट के साथ एक साक्षात्कार में अपने बेटे की मौत पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, मेरी जिंदगी, मेरा दिल मुझसे छीन लिया गया है। यह बहुत दर्दनाक है। उसके बिना सब कुछ सूना-सूना लगता है। उन्होंने यह भी बताया कि उनका बेटा आदरणीय और दयालु था।
फ्रांस के आंतरिक मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने गुरुवार को संवाददाताओं को बताया कि आज रात पूरे फ्रांस में 40,000 पुलिस तैनात की गई है। इससे पहले विरोध प्रदर्शन को संभालने के लिए कल 9,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। हालांकि, उन्होंने कहा कि कोई आपात स्थिति जारी नहीं की गई है। इससे पहले देश के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने किशोर की हत्या को अक्षम्य बताया है। मैक्रों ने कहा, इस घटना का किसी भी तरह से समर्थन नहीं किया जा सकता। उन्होंने मंत्रियों के साथ बैठक बुलाई है।