रांची: शहरी विकास विभाग द्वारा राज्य भर के सभी नगर निकायों को आगामी मानसून से पहले 10 दिनों के भीतर मौजूदा नालों की सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश के एक दिन बाद, रांची नगर निगम ने युद्धस्तर पर सफाई कार्य तेज कर दिया है. बारिश के दौरान जलभराव और बाढ़ के मुद्दों को रोकने के लिए कई क्षेत्रों में।
वैसे इस बीच जिन इलाकों में पाइप लाइन बिछाने के लिए गड्डे खोदे गये थे, उन्हें समतल करने का काम छोड़ दिया गया है। इसलिए बारिश में इन इलाकों में नये किस्म की परेशानी होने की आशंका है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पक्की सड़कों को खोदकर बिछायी गयी पाइप लाइन के बाद सीमेंट के बड़े बड़े टुकड़े सड़कों के किनारे पड़े हुए हैं। बारिश में सड़कों पर एक तरफ ऊंचा होने की वजह से ऐसे इलाकों से चलना और कठिन हो जाएगा। इस बारे में नगर निगम ने सड़कों की पूर्ववत बनाने की दिशा में कोई काम नहीं किया है। ना ही ऐसी उबड़खाबड़ हो चुकी सड़कों पर रोड रोलर चलाये गये हैं।
आरएमसी अधिकारियों ने कहा कि हालांकि उन्होंने कुछ दिन पहले सफाई शुरू की थी, लेकिन अब वे दूसरे दौर का संचालन कर रहे हैं। नागरिक निकाय ने यह सक्रिय दृष्टिकोण अपनाया है और मानसून से पहले शहर में 55 से अधिक बड़े नालों और 700 से अधिक छोटे नालों की सफाई की है ताकि जलभराव बिल्कुल न हो।
इसके लिए कई प्रमुख इलाकों में व्यस्त सड़कों तक को काटा गया है। नगर निकाय भी जलभराव से निपटने के लिए एक विस्तृत कार्य योजना लेकर आया है। इसमें पानी की निकासी के लिए अतिरिक्त पंप लगाने, बाधाओं को दूर करने और शहर में बाढ़ की आशंका वाले संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान करने जैसे उपाय शामिल हैं।
आरएमसी के एक अधिकारी ने कहा, ‘इस बार हमने उन जगहों पर सीवर की सफाई को प्राथमिकता दी, जहां हल्की बारिश के बाद भी जलभराव हो जाता है। सीवर की सफाई की प्रक्रिया में 800 से अधिक लोग शामिल थे। बेहतर परिणाम के लिए दो बार सफाई कराई जा रही है। कुछ नालों को मजदूरों और जेसीबी से साफ करना मुश्किल होता है, उन्हें सुपर-सकर मशीनों से साफ किया जा रहा है।