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मराठा राजनीति में चर्चा का दौर शुरु
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शिंदे खेमा में नाराजगी की बात आयी थी
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पवार ने कहा मराठा मंदिर पर बात हुई है
राष्ट्रीय खबर
मुंबईः एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ बैठक की। पवार गुरुवार शाम शिंदे के आधिकारिक आवास पर गए थे। वहां दो लोगों ने आधे घंटे तक बात की। शिंदे और पवार के बीच इस मुलाकात को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में कयासों का दौर शुरू हो गया है।
हालांकि, शिंदे की शिवसेना खेमे की गठबंधन सहयोगी भाजपा ने दावा किया है कि इस मुलाकात का कोई राजनीतिक संबंध नहीं है। दरअसल इस मुलाकात को लेकर चर्चा इसलिए जोर पकड़ रही है क्योंकि पहले ही यह बात सामने आ चुकी है कि शिंदे खेमा के कई विधायक और सांसदों का भाजपा से मोहभंग हो रहा है।
इनलोगों का आरोप है कि भाजपा की वजह से वे अपने इलाके में कोई काम नहीं करा पा रहे हैं। इससे उनकी छवि बिगड़ रही है। वैसे महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे कैंप) और एनसीपी की गठबंधन सरकार थी। इसका नाम ‘महाबिकाश अघाड़ी’ है। पिछले साल शिंदे ने शिवसेना में बगावत का एलान किया था। इसके बाद वह कई विधायकों के साथ राज्य छोड़कर चले गए। बाद में शिंदे ने भाजपा का हाथ पकड़कर महाविकास अघाड़ी सरकार को उखाड़ फेंका।
एकनाथ मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हैं। उस घटना के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार पहली बार एकनाथ शिंदे से मिले। बैठक के बारे में पवार ने खुद ट्वीट किया। अनुभवी राजनेता ने कहा कि वह दक्षिण मुंबई में प्रसिद्ध थिएटर मराठा मंदिर की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक समारोह में आमंत्रित करने के लिए शिंदे के घर गए थे। पवार ने कहा कि उनके बीच मराठा फिल्मों और थिएटर से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर भी चर्चा हुई। बैठक को लेकर शिंदे ने ट्वीट किया।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की एनसीपी प्रमुख से मुलाकात को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। इस चर्चा को आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। कुछ दिनों पहले, मुंबई में अपनी आत्मकथा के नए संस्करण के लॉन्च पर, पवार ने नाटकीय रूप से पार्टी के अखिल भारतीय अध्यक्ष पद से अपने इस्तीफे की घोषणा की। इसको लेकर भी कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि, उन्होंने इसे 3 दिन बाद वापस ले लिया। पवार के अपने भतीजे अजीत से रिश्तों के समीकरण अक्सर चर्चा में रहते हैं।
अजीत पहले भी बागी के तौर पर देखे जाते रहे हैं। पवार के भतीजे के साथ भाजपा की निकटता के मुद्दे पर भी बार-बार चर्चा होती है। अजीत ने हाल ही में टिप्पणी की थी कि शिंदे सरकार को आसानी से नहीं हटाया जा सकता है। ऐसे माहौल में शिंदे से पवार की मुलाकात ने एक नया आयाम जोड़ा। हालांकि भाजपा इस बैठक में राजनीति नहीं जोड़ना चाहती है। पार्टी नेता और राज्य मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा, शिंदे की पवार से मुलाकात राजनीतिक नहीं है यह व्यक्तिगत बैठक है। लेकिन उद्धव ठाकरे इस समय विदेश में हैं और यह वह समय था जब पवार की शिंदे के घर की यात्रा ने अटकलों को हवा दी।