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पांच लाख का ईनाम था रामबाबू उर्फ राजन पर
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उसका एक सहयोगी भी घेराबंदी में पकड़ाया
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नक्सली अभियान के खिलाफ बड़ी सफलता
दीपक नौरंगी
पटनाः बिहार एसटीएफ टीम ने इनामी नक्सली राम बाबू राम उर्फ राजन को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हाथ लगी है। बिहार कई जिलों में लगभग 40 से अधिक नक्सल कांडों का वांछित एवं बिहर सरकार द्वारा पांच लाख रुपए इनामी नक्सली की गिरफ्तारी छपरा जिला के गंडक दियारा क्षेत्र से हुई है।
करीब 2001 से राम बाबू राम कई बड़ी वारदात और घटनाओं में शामिल रहा है। करीब 22 वर्षों से यह पुलिस के वरीय अधिकारियों के लिए सरदर्द बना हुआ था। इसकी गिरफ्तारी के बाद कहीं ना कहीं अपराध के ग्राफ में भी और नक्सली घटनाओं में भी कमी आएगी।
इसने बिहार में अन्य अन्य जिलों में भी वारदात किये हैं। गिरफ्त में आए खूंखार इनामी नक्सली की पहचान रामबाबू राम उर्फ़ राजन के रूप में हुई है। उत्तर बिहार का सबसे बड़ा नक्सली का लीडर राम बाबू राम उर्फ राजन माना जाता था। बिहार पुलिस की एक बहुत बड़ी सफलता है।
वह नक्सलियों की रीजनल कमेटी सदस्य था। वहीं उसके दस्ते का जोनल कमांडर रामबाबू पासवान उर्फ़ धीरज को गिरफ्तार करने में एसटीएफ सफल रही। पुलिस के अनुसार उक्त नक्सली वर्ष 2019 में चकरबंधा में कोबरा के एक एसआई की हत्या में वांछित अभियुक्त है।
इसके खिलाफ करीब 40 मामलों के लगभग पहले से अन्य अन्य थानों में दर्ज है पुलिस और एसटीएफ की टीम इसे अपराधी को कई वर्षों से तलाश रही थी। लेकिन बिहार में एसटीएफ की टीम में एक बड़ी सफलता प्राप्त की है।