पूर्वोत्तर संवाददाता
गुवाहाटी : असम के डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह का परिवार आज उनसे मिलने पहुंचा है। वहीं अमृतपाल के साथ बंद अन्य कैदियों के परिजन भी उससे मिल चुके हैं। इस दौरान वकील और एसजीपीसी के सदस्यों ने भी अपनी बात रखी है। खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह फिलहाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है।
सूत्रों के मुताबिक, उनके परिवार के सदस्य और उनके वकील भी आज उनसे मिले हैं।एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि दो वकीलों सहित जेल में बंद खालिस्तानी कार्यकर्ता का 12 सदस्यीय सदस्य 27 अप्रैल को डिब्रूगढ़ की केंद्रीय जेल पहुंचा था। वारिस पंजाब डे के जेल में बंद खालिस्तानी समर्थकों में से नौ, उनके परिवार के एक-एक सदस्य डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में उनसे मिल रहे हैं। हालांकि अमृतपाल सिंह के परिवार का कोई भी सदस्य आज उनसे मिलने नहीं आया।
एसजीपीसी के नेतृत्व वाली टीम में दो-दो वकील भगवंत सिंह सियाल्का, वकील सिमरनजीत सिंह और एक अन्य सदस्य शामिल हैं।जेल में बंद खालिस्तानी कार्यकर्ता के परिवार के सदस्यों के आने के कारण डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में आज सुरक्षा बढ़ा दी गई। आज जेल के बाहर सीपीआरएफ के अतिरिक्त बल तैनात किए गए।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के सदस्य वकील भगवंत सिंह सियालका ने 27 अप्रैल को कहा था कि वह बोर्ड के आदेश को उच्च न्यायालय में चुनौती देंगे। हम बंदियों से मिलने और बंदियों के परिवार के सदस्यों की उनके संबंधित परिजनों से मुलाकात के बाद पंजाब के लिए रवाना होने के लिए पहुंचे हैं। बोर्ड का जो भी आदेश होगा, हम उसे उच्च न्यायालय में चुनौती देने की कोशिश करेंगे। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के सदस्यों की एक टीम आठ बंदियों के परिवार के सदस्यों के साथ 27 अप्रैल की सुबह यहां डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारागार पहुंची।