चुनाव का मौसम का असर दिखने लगा है। थोड़ी देर के बाद मॉनसून क्या बरसा अब तो नेताओं की जुबान की फुलझड़ी भी चलने लगी है। फिर से देश का मैंगो… अधिक पढ़ें...
छोटी सी दिलासा, छोटा सा भरोसा भी बहुत ढांढस बंधा जाता है। मणिपुर में राहुल गांधी के घूमने और लोगों से मिलने का वीडियो देखकर तो यही पता चलता… अधिक पढ़ें...
देश में चुनाव करीब आते ही फिर से समान नागरिक संहिता का सवाल उठा दिया गया। साफ है कि यह राजनीतिक लाभ की चाल है लेकिन जिस मौके पर इसे लाया गया… अधिक पढ़ें...
किसे किसकी बात याद दिलाऊं। सभी ने तो आसमान से तारे तोड़कर लाने की बात कही थी। अब हालत यह है कि मैंगो मैन को दिन में तारे दिख रहे हैं। बात… अधिक पढ़ें...
तेरे दर पे सभी को आना पड़ रहा है। हाल ही कुछ ऐसा हो गया है। अब तेरा खौफ का आलम यह है कि बेचारे किरेण रिजिजू साहब निपट गये। पहले ही लोगों ने… अधिक पढ़ें...
पिछले कई चुनावों में अंतिम समय में जो माहौल बनता था, उससे देश की आम जनता से जुड़े मुद्दे गौण हो जाते थे। इस बार कर्नाटक में भी यह दांव मोदी… अधिक पढ़ें...
ऊपरी तौर पर यह सच है कि एकनाथ शिंदे की सरकार बच गयी है क्योंकि उद्धव ठाकरे को दोबारा मुख्यमंत्री बहाल करने से शीर्ष अदालत ने इंकार कर दिया… अधिक पढ़ें...