सॉन फ्रांसिस्कोः यहां की मारिया ब्रानयास मोरेरा अब दुनिया की सबसे अधिक उम्र की महिला बन गयी हैं। दरअसल फ्रांस की सिस्टर एंड्रेस की इसी माह 118 साल की उम्र में मौत हो गयी है। उसके बाद 115 साल की मोरेरा को यह खिताब मिला है।
वैसे यहां रहने के बाद भी मोरेरा का जन्म दरअसल स्पेन में हुआ था। उन्होंने अपनी आंखों से दोनों विश्वयुद्ध के अलावा एक गृहयुद्ध और दो वैश्विक महामारियों को झेला है। गिनिज बूक ऑफ बर्ल्ड रिकार्ड्स ने इस नये खिताब की पुष्टि कर दी है।
स्पेन के काटालोनिया में जन्मी मोरेरा ने अपने घर के करीब ही 22 साल गुजारे थे। उनकी जन्मतिथि चार मार्च 1907 दर्ज है। यानी राइट बंधुओं द्वारा पहली विमान सेवा चालू करने के चार साल बाद उनका जन्म हुआ था। वैसे उनकी पैदाइश के दो साल बाद चर्चित पानी के जहाज टाइटेनिक का निर्माण प्रारंभ किया गया था।
वह अपने पुत्री की मदद से ट्विटर से दुनिया से जुड़ी रहती हैं और समय समय पर अपने हजारों प्रशंसकों को कुछ न कुछ बताती रहती है। अपने जन्मदिन के करीब पहुंचती मोरेरा ने कहा कि वाकई मैं बूढ़ी हो चुकी हूं लेकिन मैं अब भी मुर्ख नहीं हूं।
उनके बारे में पता चला है कि उनके जन्म के एक साल बाद ही उनके पिता अमेरिका चले आये थे। यहां उनकी मौत टीबी की वजह से हो गयी। बाकी परिवार वहीं स्पेन में टिका रहा। परिवार के दूसरे सदस्य प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान बार्सिलोना चले आये थे।
इस बीच एक बार गिरने की वजह से मोरेरा एक कान से बहरी हो गयी थी। परिवार के बार्सिलोना आने के बाद उनलोगों ने वहां के गृहयुद्ध को भी झेला। बाद में दूसरा विश्वयुद्ध का असर भी इस परिवार पर पड़ा। पता चला है कि हाल के कोरोना का असर उनपर भी हुआ था लेकिन वह कोरोना को मात देने में कामयाब रही।
सिस्टर एंड्रेस को भी कोरोना हुआ था लेकिन वह भी कोरोना की जंग जीतने में कामयाब रही थी। अभी उनके परिवार में तीन बच्चे, ग्यारह पोते पोतियां और 13 उनके भी बच्चे शामिल हैं। गिनिज बूक ऑफ बर्ल्ड रिकार्ड में सबसे अधिक उम्र के व्यक्ति होने का खिताब जीन लुइस कालमेट के नाम है। जिनकी जन्मतिथि के मुताबिक उनकी उम्र 122 साल और 164 दिन थी।