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अहमदाबादः गुजरात के शेर को परेशान करने के आरोप में वन विभाग ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बता दें कि गिर के जंगली इलाकों में बसे गांवों में भी कई बार शेर मंडराते हुए आ जाते हैं। स्थानीय लोगों को ऐसे अवसरों पर क्या करना है और क्या नहीं करना है, इस बारे में पहले ही जागरुक किया गया है।
इसके बाद भी अमरेली जिला के एक गांव में शेर को परेशान करने और उसे उसके शिकार से दूर भगाने के आरोप में तीन लोगों को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया। तीनों लोगों के बारे में बताया गया है कि गिरफ्तार कर जेल भेजे गये इन तीन लोगों में से दो लोग गुजरात के नहीं है।
मिली जानकारी के मुताबिक तीनों आरोपियों ने मंगलवार को इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में पोस्ट किया था। पोस्ट के वायरल होते ही उनकी करतूतों के बारे में विभाग को भी जानकारी मिली। इसके बाद वन विभाग के शेत्रुंजी वन्यजीव प्रभाग की ओर से इन तीनों के खिलाफ कार्रवाई की गयी।
विभाग द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि तीन आरोपियों में से दो गुजरात से बाहर के रहने वाले हैं। वीडियो में एक वाहन में बैठे कुछ लोगों को एक शेर का पीछा करते हुए देखा जा सकता है। जांच के दौरान पता चला कि यह वीडियो मंगलवार को अमरेली जिले के जाफराबाद तालुका के लुनसापुर गांव में बनाया गया गया था।
वन विभाग के अनुसार वन्यजीव संरक्षण कानून के तहत शेर अनुसूची -1 में आता है और इस तरह के कृत्य कानून द्वारा प्रतिबंधित हैं। वन विभाग ने इस घटना के सिलसिले में गिर सोमनाथ जिले के मनोज वंश (30), असम के मूल निवासी राणा कालिता (30) और एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। तीसरा आरोपी 18 साल का है और वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। तीनों आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।