टोक्योः जापान भी इनदिनों भीषण ठंड और बर्फवारी की चपेट में है। इसकी शुरुआत पिछले सप्ताह ही हो गयी थी। लगातार इसके बढ़ते जाने की वजह से अब अनेक इलाकों में आवागमन बाधित हो गया है। कुछ इलाकों की सड़कों पर अस्सी सेंटीमीटर बर्फ की चादर जम गयी है। इस वजह से उन रास्तों पर से गाड़ी ले जाना भी संभव नहीं हो रहा है।
स्थानीय प्रशासन के लोग बर्फ साफ करने का काम तो कर रहे हैं लेकिन सफाई के मुकाबले अधिक तेज गति से बर्फ गिरने का क्रम जारी है। इस बीच अपने अथवा पड़ोस के मकानों के ऊपर जमे बर्फ के बड़े खंडों के अचानक गिरने की वजह से देश में 17 लोगों की मौत हो गयी है। इसी किस्म के हादसों में 90 लोग घायल भी हुए हैं।
उत्तरी जापान के अधिकांश इलाके इसकी चपेट में है। अब तो बर्फवारी तेज होने की वजह से कई इलाकों में सैकड़ों गाडियां भी बर्फ के नीचे दब गयी हैं, जिन्हें निकाल पाना फिलहाल संभव नहीं है। सड़कों के बंद होने की वजह से लोगों का आवागमन भी बंद हो गयी है। साथ ही इस बर्फवारी की वजह से अनेक इलाकों में बिजली की आपूर्ति भी बाधित हुई है।
मौसम का यह बुरा हाल पिछल दस दिनों से है। यूं तो मौसम विज्ञान विभाग ने इसकी चेतावनी दी थी लेकिन यह उम्मीद नहीं की गयी थी कि हालत इतनी बिगड़ जाएगी। जापान के पश्चिमी सीमा के शहर होक्काइडो में सबसे अधिक बर्फवारी हुई है। वहां के हजारों घरों की बिजली इसी वजह से गुल हो गयी है, जिन्हें बहुत खराब मौसम की वजह से सुधारा भी नहीं जा सकता है।
इसी क्षेत्र के ओगुनी शहर में एक मीटर बर्फवारी का रिकार्ड दर्ज किया गया है। जिस कारण सारी सड़कें भी बंद हो गयी हैं। बर्फ हटाने वाले वाहन इन्हें साफ करने का काम तो कर रहे हैं लेकिन सफाई के मुकाबले बर्फ गिरने की गति अधिक होने की वजह से अनेक इलाके अब पूरी तरह कटे हुए हैं। इन इलाकों में मौसम के बदलाव को इस नजरिए से देखा जा रहा है कि यहां पर औसत के मुकाबले तीन गुणा अधिक बर्फवारी हो चुकी है। जिस कारण सड़क के अलावा रेल और हवाई यात्रा भी बाधित हो चुकी है।