-
अदालत परिसर में पुलिस पर हुआ हमला
-
हत्या के मामले में मौत की सजा मिली थी
-
सरकार की तरफ से दस लाख के ईनाम का एलान
राष्ट्रीय खबर
ढाकाः दो घोषित आतंकवादी अपने सहयोगियों की मदद से भाग निकले हैं। दिनदहाड़े अदालत परिसर में ही अपराधियों ने पुलिस दल पर हमला किया था। जिन दो आतंकवादियों को लोग भगा ले गये हैं, दोनों को मृत्युदंड मिल चुका था। दोनों ही अल कायदा की तर्ज पर बने यहां के आतंकवादी समूह अंसारूल्ला बांग्ला के सदस्य हैं। संदेह है कि उनके सहयोगियों ने ही पुलिस पर इस तरीके से हमला किया था।
मिली जानकारी के मुताबिक अदालत लाये जाने के बाद पुलिस इन दोनों अपराधियों को जेल पुलिस के हाजत में पहुंचा रही थी। इसी बीच अपराधियों के एक दल ने पुलिस दल पर हमला कर दिया। पुलिस वालों की आंखों में मिर्च पाउडर झोंकने के बाद उनके मारपीट भी की गयी। जिन दो आतंकवादियों को इस तरीके से छुड़ा लिया गया है, उनके नाम है मैनूल हसन उर्फ सिफात समीर तथा अबू सिद्दकी सोहेल उर्फ साकिब।
इन दोनों पर बांग्लादेश के एक ब्लॉगर अभिजीत राय तथा एक पुस्तक प्रकाशन के मालिक फैसल आरेफिन दीपन की हत्या का आरोप प्रमाणित था। दोनों ने सार्वजनिक स्थानों पर इन दोनों हत्याओँ में शामिल होने की जिम्मेदारी भी स्वीकारी थी। दोनों के पुलिस हिरासत मे भाग जाने की घटना के बाद तुरंत ही सभी इलाकों को सतर्क किया गया है।
सरकार ने उनकी गिरफ्तारी के लिए दस लाख रुपये का ईनाम भी घोषित कर दिया है। बांग्लादेश में पुलिस हिरासत से आतंकवादियों को छुड़ा ले जाने की यह कोई पहली घटना नहीं है। वर्ष 2014 में भी मैमनसिंह जिला के त्रिशाल से पुलिस के बंदी वाहन से जेएमबी के तीन सदस्यों को रिहा करा लिया गया था। इनमें से एक को बाद में भारतीय पुलिस ने बेंगलुरु में गिरफ्तार किया था।
इस बार की घटना के बारे में पुलिस ने बताया है कि कासिमबाजार से इन दोनों को अदालत लाया गया था। इसी दौरान तीन मोटरसाइकिलों पर सवार अपराधियों ने अचानक हमला कर दिया। हमलावरों ने मिर्ची पाउडर लगा पानी अथवा कोई दूसरा रसायन भी पुलिस वालों की आंखों में फेंका।
इसके बाद पुलिस वालों को अपराधी पीटने लगे। एक मोटरसाइकिल पर इन दोनों आतंकवादियों को पीछे बैठाकर एक अपराधी भाग निकला। उन तीनों के निकल जाने बाकी अपराधी भी भाग निकले। सीसीटीवी में यह घटना कैद हुई है। अब कई स्थानों की तलाशी के बाद भारतीय सीमा पर भी सतर्कता के आदेश दिये गये हैं।