हनुमान जी हर संकट से रक्षा करेंगे- आतिशी
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केजरीवाल के खिलाफ षड़यंत्र रचे गये
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ईमानदारी का जनादेश लेकर कुर्सी संभालेंगे
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जमानत मिलने के बाद दिया है इस्तीफा
राष्ट्रीय खबर
नईदिल्लीः दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने मंगलवार को कहा कि आम आदमी पार्टी, दिल्ली सरकार, दिल्ली की जनता और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बहुत षड्यंत्र रचे गए लेकिन हनुमान जी ने हर संकट से रक्षा की। सुश्री आतिशी ने आज यहां कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में हनुमान जी के दर्शन किए, पूजा-अर्चना की और सभी की सुख-समृद्धि के लिए आशीर्वाद लिया।
उन्होंने एक्स पर कहा, कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में हनुमान जी का आशीर्वाद लिया। पिछले दो सालों में आम आदमी पार्टी, दिल्ली सरकार, दिल्ली की जनता और हमारे नेता अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बहुत षड्यंत्र रचे गए। लेकिन हनुमान जी ने हर संकट से हमारी रक्षा की।
संकट मोचन से यही प्रार्थना है कि, उनका आशीर्वाद सदैव हम सभी पर बना रहे, हम दिल्लीवालों के काम करते रहें और आने वाले चुनाव के बाद एक बार फिर अरविंद केजरीवाल जी दिल्ली के मुख्यमंत्री बनें। मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि, हनुमान जी हमारे संकट मोचन रहे है। पिछले दो सालों में आम आदमी पार्टी पर, दिल्ली सरकार पर, हमारे नेता अरविंद केजरीवाल जी पर हमारे दुश्मनों द्वारा हर तरह के हमले हुए।
उन्होंने कोशिश की कि, हमें तोड़ दें, हमें दबा दें, हमें चुप करा दें, दिल्ली वालों के काम रोक दें। सुश्री आतिशी ने कहा, आज हनुमान जी से मैंने यही प्रार्थना की कि, जिस तरह से उनका आशीर्वाद हमेशा हम सभी पर बना रहा है, वैसे ही बना रहे। हम उनके आशीर्वाद के साथ दिल्लीवालों के काम करते रहें और उनके आशीर्वाद के साथ आने वाले चुनाव में अरविंद केजरीवाल जी को वापस दिल्लीवालों का मुख्यमंत्री बनाए।
तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद, केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में पद छोड़ दिया, उन्होंने कहा कि जब तक जनता उन्हें आगामी फरवरी के चुनावों में आप को वोट देकर ईमानदारी का प्रमाण पत्र नहीं देती, तब तक वह भूमिका फिर से शुरू नहीं करेंगे।
सोमवार को, आतिशी ने मुख्यमंत्री का पद संभाला और केजरीवाल की अनुपस्थिति में दिल्ली पर शासन करने का संकल्प लिया, ठीक उसी तरह जैसे भरत ने अपने बड़े भाई भगवान राम की ‘खड़ाऊं’ (लकड़ी की चप्पल) को अयोध्या के सिंहासन पर रखकर शासन किया था। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मुख्यमंत्री कार्यालय में केजरीवाल की कुर्सी खाली रहेगी, और अपने पूर्ववर्ती की सीट का उपयोग करने के बजाय एक अलग कुर्सी पर बैठना पसंद करेंगे। वैसे आतिशी के इस फैसले पर भाजपा और कांग्रेस ने नाराजगी जतायी है। दोनों दलों की तरफ से इशारों में ऐसा कहा गया है।