खडगे पहले ही ईसीआई के काम काज पर सवाल उठा चुके
राष्ट्रीय खबर
नईदिल्लीः भारत में विपक्षी नेता मतदान प्रतिशत और अन्य मुद्दों पर चुनाव आयोग से मिलेंगे। सूत्रों ने कहा कि विपक्षी दल इंडिया गुट के नेता मौजूदा लोकसभा चुनावों में प्रत्येक चरण के बाद पूर्ण मतदान प्रतिशत के आंकड़े तुरंत जारी करने की अपनी मांग को लेकर आज चुनाव आयोग से मिलेंगे।
वे अपने अभियान में भाजपा द्वारा कथित धार्मिक प्रतीकों के इस्तेमाल का मुद्दा भी उठाएंगे। सूत्रों ने कहा कि इंडिया ब्लॉक के नेता ईसीआई की पूर्ण पीठ से मिलेंगे, एक ज्ञापन सौंपेंगे और चुनाव पैनल के साथ मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल तेलंगाना के वेमुलावाड़ा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव की घोषणा के बाद से कांग्रेस पार्टी ने अरबपति अंबानी और अडाणी के बारे में बात करना बंद कर दिया और कहा कि उन्हें काले धन का टेंपो लोड मिला।
उन्होंने अचानक इन बड़े उद्योगपतियों की आलोचना करना क्यों बंद कर दिया? बयानबाजी अचानक बंद होने के पीछे क्या हुआ? क्या यह काले धन के लेनदेन या कांग्रेस पार्टी को फंड देने के लिए किसी गुप्त सौदे के कारण है? मोदी ने पूछा। जवाब में, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूछा कि क्या यह व्यक्तिगत अनुभव के कारण था कि मोदी को टेम्पो में पैसे के बारे में पता था। उन्होंने पीएम को सीबीआई और ईडी को जांच के लिए भेजने की भी चुनौती दी और कहा, देश जानता है कि भाजपा के भ्रष्टाचार की गति का चालक और सहायक कौन है।
इससे पहले कई अवसरों पर खुद नरेंद्र मोदी द्वारा नफरती भाषण देने तथा मंगलसूत्र तक का मुद्दा उठाने के मुद्दे पर आयोग से की गयी शिकायत का कोई परिणाम नहीं निकला। आयोग ने सिर्फ दलों को कारण बताओ नोटिस जारी कर अपनी जिम्मेदारी से पाला झाड़ लिया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे पहले ही यह कह चुके हैं कि चुनाव आयोग की विश्वसनीयता वर्तमान में सबसे नीचले पायदान पर है और उसका पक्षपातपूर्ण रवैया पूरे देश की जनता को हैरान कर रहा है।