देश के 553 स्टेशनों का शिलान्यास किया मोदी ने
भारतीय रेलवे के विकास की दिशा में नया पुनर्विकास कार्यक्रम
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शहर के दो भागों को जोड़ेंगे यह स्टेशन
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स्टेशनों पर सांस्कृतिक विरासत भी होगी
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रेल यात्रा की क्षमता और गुणवत्ता में सुधार
राष्ट्रीय खबर
नईदिल्ली/गुवाहाटीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रधानमंत्री अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 553 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास का शिलान्यास किया। 27 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में स्थित इन स्टेशनों का 19,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पुनर्विकास किया जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक ये स्टेशन शहर के दोनों किनारों को एक साथ मिलाते हुए शहर के केंद्र के रूप में कार्य करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने आज की विकास परियोजना के लिए भारत की युवा शक्ति को विशेष रूप से बधाई दी, क्योंकि वे ही विकसित भारत के वास्तविक लाभार्थी हैं। उन्होंने कहा कि आज की विकास परियोजनाओं से जहां लाखों युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के अवसर पैदा होंगे, वहीं स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भी फायदा होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के युवाओं को यह तय करने का अधिकतम अधिकार है कि विकसित भारत कैसे आगे बढ़ेगा। उन्होंने विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से विकसित भारत में रेलवे के सपनों को साकार करने के लिए युवाओं के प्रति आभार व्यक्त किया और विजेताओं को बधाई भी दी। उन्होंने युवाओं को आश्वासन दिया कि उनके सपने और कड़ी मेहनत के साथ-साथ प्रधानमंत्री का संकल्प विकसित भारत की गारंटी है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस बात पर खुशी व्यक्त की कि ये अमृत भारत स्टेशन विकास और विरासत दोनों के प्रतीक होंगे। उन्होंने बताया कि ओडिशा में बालेश्वर रेलवे स्टेशन को भगवान जगन्नाथ मंदिर की थीम पर डिजाइन किया गया है, सिक्किम के रंगपुर में स्थानीय वास्तुकला की छाप होगी, राजस्थान में सांगनेर स्टेशन 16वीं शताब्दी की हैंड-ब्लॉक प्रिंटिंग प्रदर्शित करेगा, तमिलनाडु में कुंभकोणम स्टेशन चोल प्रभाव को प्रदर्शित करेगा, अहमदाबाद स्टेशन मोढेरा सूर्य मंदिर से प्रेरित है, द्वारका स्टेशन द्वारकाधीश मंदिर से प्रेरित है, आईटी सिटी गुरुग्राम स्टेशन आईटी थीम पर आधारित होगा, जिसका अर्थ है कि अमृत भारत स्टेशन उस शहर की विशेषताओं को दुनिया से परिचित कराएगा। उन्होंने कहा कि ये स्टेशन दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों के अनुकूल होंगे।
इन स्टेशनों पर सुंदर भूदृश्य, इंटर मॉडल कनेक्टिविटी, बच्चों के खेलने का क्षेत्र, कियोस्क, फूड कोर्ट समेत आधुनिक यात्री सुविधाएं उपलब्ध होगी। इन स्टेशनों को पर्यावरण और दिव्यांगों के अनुकूल पुनर्विकसित किया जाएगा। इन स्टेशन भवनों का डिजाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा। प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में गोमती नगर स्टेशन का उद्घाटन किया।
लगभग 385 करोड़ रुपये की कुल लागत से इसका पुनर्विकास किया गया है। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने 1500 रोड ओवरब्रिज और अंडरपास का शिलान्यास किया और इनमें से कुछ को राष्ट्र को समर्पित भी किया। ये रोड ओवरब्रिज और अंडरपास 24 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में स्थित हैं। लगभग 21,520 करोड़ रुपये की लागत से इन परियोजनाओं का निर्माण किया गया है। इन परियोजनाओं से भीड़ कम होगी, सुरक्षा व संपर्कता बढ़ेगी और रेल यात्रा की क्षमता व दक्षता में सुधार होगा।
इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर में 23 रेलवे स्टेशनों के के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 26 फरवरी को कटिहार जिले में लाभ, सालमारी, कधगोला स्टेशनों सहित पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के 23 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी।मोदी ने असम में 6 रोड ओवर ब्रिज/अंडरपास के निर्माण को मंजूरी दी है।
इसके अलावा, उन्होंने राज्य भर में 11 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए आधारशिला भी रखी है। इस संबंध में पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारी रेलवे के लिए ऐतिहासिक दिन है! दोपहर 12:30 बजे, 41,000 करोड़ रुपये से अधिक की 2000 रेलवे बुनियादी ढांचा परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित की गई हैं।
यात्रा के अनुभव को बढ़ाने के लिए, अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 553 स्टेशनों का पुनर्विकास किया गया है। इन स्टेशनों की आधारशिला रखी जाएगी। पूरे भारत में ओवरब्रिज और अंडरपास का भी उद्घाटन किया गया है। ये कार्य लोगों के लिए ईज ऑफ लिविंग को आगे बढ़ाएंगे।अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत हैबरगांव, उदलगुड़ी, सिलापत्थर, विश्वनाथ और सात अन्य रेलवे स्टेशनों को अमृत स्टेशनों के रूप में पुनर्विकसित किया जाएगा। स्टेशन की दीवारें और अंदरूनी एक स्थायी भविष्य के लिए हरी इमारतों के साथ क्षेत्रीय कला और संस्कृति से प्रेरित हैं।
आधुनिक सुविधाओं से लैस दिव्यांगजन हितैषी सुविधाएं। ये उपक्रम भीड़ को कम करेंगे, कल्याण और उपलब्धता को अपग्रेड करेंगे, और रेल यात्रा की सीमा और प्रभावशीलता पर काम करेंगे। भविष्य में यात्रियों की संख्या में वृद्धि को पूरा करने के लिए, इस स्टेशन ने आगमन और प्रस्थान सुविधाओं को अलग कर दिया है। यह शहर के दोनों किनारों को एकीकृत करता है।
इस केंद्रीय वातानुकूलित स्टेशन में आधुनिक यात्री सुविधाएं हैं जैसे एयर कॉनकोर्स, भीड़-भाड़ मुक्त परिसंचरण, फूड कोर्ट और ऊपरी और निचले बेसमेंट में पर्याप्त पार्किंग स्थान।