चांडिलः चांडिल अनुमंडल के कुकडू प्रखंड अंतर्गत लेटेमडा माध्यमिक विद्यालय के तीन परीक्षार्थियों को उनकी मातृभाषा कुरमाली में परीक्षा देने से मना कर दिया गया। तीनों अभ्यर्थी आठवीं कक्षा के छात्र हैं। उसकी परीक्षा उत्कुर्म हाई स्कूल इचाड़ी में हुई थी।
उनके एडमिट कार्ड में कुरमाली भाषा का भी जिक्र है। यदि परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र नहीं आता है, तो केंद्र सुपर सभी को संस्कृत का प्रश्न पत्र देता है और उन्हें परीक्षा लिखने की अनुमति देता है।
इलाके में इसके विरोध और कुर्मी समाज द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी को पत्र लिखे जाने के बाद जांच के आदेश दे दिये गये हैं। जांच प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को सौंपी गई है।
सरायकेला-खोरसनार जिला परिषद उपाध्यक्ष मधुश्री महतो ने जिला शिक्षा अधीक्षक को पत्र लिखकर उक्त परीक्षा निरस्त कर पुन: परीक्षा कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने सर्व शिक्षा योजना के तहत बच्चों को उनकी मातृभाषा में पढ़ने की सुविधा दी है। वहीं क्षेत्र में इसका घोर उल्लंघन किया जा रहा है।
इस मामले में संबंधित स्कूल के शिक्षक व शिक्षक के खिलाफ नियमानुसार उचित कार्रवाई की जाए। संस्कृत का प्रश्न मिलने पर अभ्यर्थियों ने विरोध किया, लेकिन केंद्र अधीक्षक ने उन्हें बताया कि कुरमाली का प्रश्न पत्र नहीं आया है, इसलिए उन्हें संस्कृत विषय की परीक्षा लिखनी है। ऐसे में उन छात्रों का भविष्य काफी चौपट हो गया है।