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कूचबिहार के जंगल से सटे इलाके में जंगली भैसों का आतंक

हमला में एक की मौत आठ लोग घायल

  • घने जंगलों से निकलकर आ रहे हैं

  • अचानक सामने आने पर हमला करते हैं

  • हत्यारे बाइसन को पकड़कर बेहोश किया गया है

राष्ट्रीय खबर

कूचबिहारः कूचबिहार के वैसे इलाके, जो जंगल के करीब हैं अब दहशत के साये में हैं। दरअसल घने जंगलों से निकलकर जंगली भैसे ग्रामीण इलाकों में आ रहे हैं। इन इलाकों में भी पेड़ पौधा अधिक होने की वजह से लोगों को इनके साये में जंगली भैसा नजर नहीं आ रहा है। काफी नजदीक चले जाने पर अचानक ऐसे जंगली भैसे हमला कर देते हैं।

इलाके में इन बाइसनों का उत्पात जारी है। इसी क्रम में  बगीचे में फूल चुनते समय वृद्ध की मौत ऐसे ही एक हमले से हो चुकी है। अलग अलग घटनाओँ में कम से कम आठ घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि बीते मंगलवार से शनिवार तक जंगली भैसा के हमले में 8 लोग घायल हो गए। इनमें से तीन का कूचबिहार मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है।

कूचबिहार के घोकसडांगा की छोटी शिमुलकुड़ी के बाद इस बार हरिभंगा गांव में जंगली भैसा की दहशत है. जंगली भैसा के हमले में पहले ही कई लोग घायल हो चुके हैं। इस बार एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक का नाम बिरेन बर्मन (59) है। कूचबिहार के ब्लॉक नंबर एक निवासी बीरेन बगीचे में फूल तोड़ रहा था।

बताया जाता है कि उसी समय एक जंगली भैसा ने उन पर हमला कर दिया था। वृद्ध को कूचबिहार मेडिकल कॉलेज ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि बीते मंगलवार से शनिवार तक जंगली भैसा के हमले में 8 लोग घायल हो गए। इनमें से तीन का कूचबिहार मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है।

मृतक बिरेन के बेटे टुटुन बर्मन ने कहा, “पिता सुबह उठे और घर के बगल में फूल चुन रहे थे। अचानक मुझे एक चीख सुनाई दी। पास के बाँस के झुरमुट से एक जंगली भैसा आया और पिता के सिर पर टक्कर मार दी। अस्पताल ले जाते समय पिता की मौत हो गई। जंगली भैसा के हमले में घायल हुए हुसैन मिया ने कहा, मैं खेत में काम कर रहा था. अचानक एक भैंसा मेरे सामने आ गया। उसने मेरे सीने और पैरों पर वार किया।

वन विभाग जंगली भैसा को बचाने का प्रयास कर रहा है। कूचबिहार के एडीएफओ बिजन नाथ ने कहा, स्थानीय निवासियों ने सुबह दो जंगली भैसा देखे। भैंस के हमले में एक की मौत हो गई। कई लोग घायल हैं। वन विभाग के अमले ने दोनों बाइसनों को जंगल में लौटाने की पहल की है। इसके तहत विभागीय लोगों ने किसी तरह उस हमलावर बाइसन को बेहोश कर एक जेसीबी में लादकर अपने अस्पताल तक पहुंचाया है। बताया गया है कि उसकी पूरी जांच कर लेने के बाद उसे पास के घने जंगल में दोबारा छोड़ दिया जाएगा। इस बीच विभाग ने यह भी कहा है कि सरकार की तरफ से मृतकों और घायलों के परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा।

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