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मोदी ने बीटीआर में सफारी का आनंद लिया
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ऑस्कर विजेता बोमन-बेली से मोदी की बात
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75 वर्ष के मौके पर 75 पर अपनी बातें रखी
मैसूरुः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को कर्नाटक के बांदीपुर टाइगर रिजर्व (बीटीआर) में छलावरण वाले कपड़े और टोपी पहने सफारी करते नजर आए। श्री मोदी ने बीटीआर में 22 किलोमीटर की सफारी के बाद पड़ोसी राज्य तमिलनाडु के सीमावर्ती चामराजनगर जिले में मुदुमलाई टाइगर रिजर्व (एमटीआर) में थेप्पाकडू हाथी शिविर पहुंचे और ऑस्कर पुरस्कार विजेता वृत्तचित्र द एलिफेंट व्हिस्परर्स के मुख्य सितारों बोमन-बेली युगल के साथ बातचीत की। प्रधानमंत्री का यह दौरा सफारी प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने के कार्यक्रमों का एक हिस्सा है। उन्होंने संरक्षण गतिविधियों में शामिल फ्रंटलाइन फील्ड स्टाफ और एसएचजी के साथ बातचीत की। उल्लेखनीय है कि चुनावी राज्य कर्नाटक में श्री मोदी का यह 8वां दौरा है और उन्होंने वन्यजीव अभयारण्य में दो घंटे बिताए।
इस मौके पर अपनी बात रखते हुए प्रधानमंत्री ने जंगल घूमने के कारण हुए एक घंटा विलंब की वजह से सभी से क्षमाप्रार्थना की। उन्होंने कहा मैं सुबह 6 बजे चला गया था मैंने सोचा था कि मैं समय पर जंगलों का भ्रमण करके वापस आऊंगा लेकिन मुझे 1 घंटा आने में ही देर हो गई। आप सबको इंतजार करना पड़ा इसके लिए मैं आप सबकी क्षमा चाहता हूं। मेरी बात, पहले ये जो बाघों की संख्या का आंकड़ा हमने छुआ हैं, जो देखा हैं, हमारा ये परिवार का विस्तार हो रहा है, ये गौरवमय पल है। मैं आप सबसे आग्रह करता हूं इन बाघों के सम्मान में अपने स्थान पर खड़े होकर के हम उनका अभिवादन करें।
श्री मोदी ने कहा कि आज हम सभी एक बहुत ही महत्वपूर्ण पड़ाव के साक्षी बन रहे हैं। प्रोजेक्ट टाईगर को 50 वर्ष हो गए हैं। इस परियोजना की सफलता, भारत के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए गौरव का विषय है। भारत ने बाघों को ना सिर्फ बचाया है बल्कि उसको फलने-फूलने का एक बेहतरीन इको सिस्टम दिया है।
ये हम लोगों के लिए और भी सुखद है कि जिस समय हमने अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे किए हैं, उसी समय दुनिया की करीब-करीब 75 परसेंट बाघों की आबादी भी भारत में ही है। ये भी संयोग है कि भारत में टाईगर प्रोजेक्ट का पूरा इलाका भी 75 हजार वर्ग किलोमीटर का है और बीते 10-12 वर्षों में बाघों की आबादी भी 75 परसेंट बढ़ी है। ये सभी के प्रयासों से संभव हो सका है और इसके लिए मैं पूरे देश को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
बीटीआर के अधिकारियों ने बताया कि नौ अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के मद्देनजर बांदीपुर टाइगर रिजर्व में और उसके आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। इसके बाद श्री मोदी ने तमिलनाडु की सीमा से लगे चामराजनगर जिले के मुदुमलाई टाइगर रिजर्व में थेप्पाकडू हाथी शिविर का दौरा किया और ऑस्कर विजेता सितारों के साथ बातचीत की।
साथ ही उन्होंने हाथी शिविर के महावतों और कावड़यिों के साथ भी बातचीत की। कर्नाटक में मैसूरु-ऊटी राजमार्ग पर विशाल पश्चिमी घाटों के सुरम्य परिवेश के बीच स्थित बीटीआर नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके उत्तर पश्चिम में कर्नाटक के राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान (नागराहोल) है।
इसके उत्तर में तमिलनाडु का मुदुमलाई वन्यजीव अभयारण्य है। दक्षिण और दक्षिण- पश्चिम में केरल का वायनाड वन्यजीव अभयारण्य है। कभी पूर्व महाराजाओं के निजी शिकार के मैदान और नीलगिरि की तलहटी में बसे, बांदीपुर में बाघों के साथ एक लंबा रिश्ता रहा है। पक्षियों की 200 से अधिक प्रजातियां और वनस्पतियों की विविधता इसके आकर्षण को बढ़ाती है। बांदीपुर में सागौन, शीशम, चंदन, भारतीय-लॉरेल, भारतीय किनो पेड़, विशाल गुच्छेदार बांस सहित इमारती लकड़ी के पेड़ों की एक विस्तृत श्रृंखला है।