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नईदिल्लीः राजस्थान के जैसलमेर में गलती से तीन मिसाइलें दाग दी गईं। यह घटना शुक्रवार को पोखरण में हुई। सेना के सूत्रों ने कहा कि मिसाइलें बीच हवा में फट गईं लेकिन मलबा नीचे घाटी में गिर गया। हालांकि, यह दावा किया गया है कि इस तरह की घटना में कोई नुकसान नहीं हुआ और कोई घायल नहीं हुआ। घटना कैसे हुई, इसकी जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
सेना के सूत्रों ने इस घटना की पुष्टि अनौपचारिक तौर पर की है। यह भी दावा किया गया है कि इस तरह की घटना में कोई नुकसान नहीं हुआ और कोई घायल नहीं हुआ। घटना कैसे हुई, इसकी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। याद दिला दें कि इससे पहले भी एक घटना में भारतीय मिसाइल पाकिस्तान की सीमा में चली गयी थी।
उस मिसाइल में भी कोई वॉरहेड नहीं होने की वजह से कोई नुकसान नहीं हुआ था। सैन्य सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में एक अभ्यास के दौरान सतह से हवा में मार करने वाली तीन मिसाइलों को तकनीकी खराबी के कारण गलती से दाग दिया गया। इन मिसाइलों की रेंज 10 से 25 किमी के बीच है।
तीनों मिसाइलें सीमा से बाहर चली गईं और अलग-अलग गांवों के खेतों में जा टकराईं, जिससे जोरदार धमाका हुआ। हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने या घायल होने की सूचना नहीं है। नचनार डीएसपी कैलाश बिश्नोई ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि अजासर गांव के एक खेत में मिसाइल मिली है।
दूसरी मिसाइल दूसरे क्षेत्र में मिली थी। मिसाइल के फटने से दो खेतों में बड़े-बड़े गड्ढे बन गए। सेना के मुताबिक, गलती से दागी गई दो मिसाइलों का मलबा बरामद कर लिया गया है, लेकिन तीसरी का पता नहीं चल पाया है। पुलिस और सेना फिलहाल तीसरी मिसाइल की तलाश कर रही है।
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल अमिताभ शर्मा ने कहा कि 10 से 25 किमी की मारक क्षमता वाली मिसाइलों का परीक्षण सेना के विशेषज्ञ कर रहे हैं। लेकिन एक सैन्य अभ्यास के दौरान तकनीकी खराबी की वजह से ये मिसाइलें दुर्घटनावश दागी गईं। उन्होंने यह भी कहा कि घटना की जांच शुरू हो चुकी है और उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।