डोनेट्स्कः रूसी सेना छोटे खनन शहर बखमुट के चारों ओर अपने घेरे को बंद करने की कोशिश कर रही है। इस बीच बारिश और शुरुआती वसंत में बर्फ के पिघलने से पूरे युद्धक्षेत्र कीचड़ में तब्दील हो गया है। यह प्राकृतिक स्थिति दोनों ही पक्षों के लिए बेहतर नहीं है।
कड़ाके की ठंड के बाद वसंत के आते ही बर्फ का पिघलना चालू और धीरे धीरे तेज होता जा रहा है। इस वजह से सारी जमीन पर नमी बहुत बढ़ गयी है। इसके बीच ही वहां बारिश भी हुई है।
ऐसे में टैंक जैसे भारी वाहनों के आने जाने से पूरी मिट्टी की कीचड़ बन चुकी है। यूक्रेनी फ्रंटलाइन रॉकेट लॉन्चर बैटरी के कमांडर 59 वर्षीय माइकोला ने कहा कि दोनों पक्ष अपनी स्थिति में रहते हैं। जैसा कि नजर आ रहा है। यहां अभी वसंत का मतलब कीचड़ है। इस प्रकार, आगे बढ़ना असंभव है।
लोगों ने वहां दोनों पक्षों के कई सैन्य वाहनों को कीचड़ में फंसे देखा है। यूक्रेन के 25 वर्षीय प्लाटून कमांडर वलोडिमिर ने कहा कि वहां पर जमीन को खास तरीके से पहले ही काटा जाता रहा है। अब अचानक उस पर भारी वाहनों का दबाव ही जमीन को कीचड़ बना रहा है। ऐसी स्थिति में छोटी तो दूर बड़े और भारी वाहनों का भी वहां से गुजरना कठिन होता जा रहा है।
वैसे उनके मुताबिक यूक्रेन की सेना पहले से ही इस स्थिति के लिए खुद को तैयार कर चुके थे। दूसरी तरफ रूस बखमुट को घेरने की कोशिश कर रहा है, जिससे यूक्रेन को अपना गढ़ वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इसकी सेना ने पिछले साल के अंत में बुलाए गए सैकड़ों हजारों जलाशयों के साथ फिर से भर दिया
रूस ने पूर्व में मोर्चे के साथ कई स्थानों पर अपने हमले तेज कर दिए हैं। पश्चिमी देशों का कहना है कि रूस के कई हमले बड़ी कीमत पर विफल हुए हैं। लेकिन मास्को के सैनिकों ने बखमुट के उत्तर और दक्षिण में धीमी गति से, प्रगति की है, बर्बाद शहर के अंदर यूक्रेनी सेना को काटने का प्रयास किया है, जिसमें एक बार लगभग 75,000 लोग रहते थे।
यूक्रेन के पूर्वी सैन्य कमान के एक प्रवक्ता सेरही चेरेवाती ने बखमुट के आसपास की स्थिति का वर्णन करते हुए बताया कि वहां भयानक लड़ाई चल रही है। कमांड दुश्मन को हमारे क्षेत्र में आगे बढ़ने से रोकने के लिए सब कुछ कर रही है।
मास्को ने दावा किया कि उसने बखमुट के पास एक यूक्रेनी गोला-बारूद डिपो को नष्ट कर दिया और अमेरिका निर्मित रॉकेटों और यूक्रेनी ड्रोनों को मार गिराया। इन सूचनाओँ को सत्यापित नहीं किया जा सका है।
राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने बखमुट के आसपास की स्थिति को कठिन बताते हुए कहा कि रूसी सेना हर उस चीज़ को लगातार नष्ट कर रही है जिसका उपयोग किलेबंदी और रक्षा के लिए हमारी स्थिति की रक्षा के लिए किया जा सकता है।