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नईदिल्लीः खेत के बगल में सूखा कुआं, गहराई करीब 20 फीट। उसमें एक ही बच्चा पड़ा हुआ था। पूरी रात और रास्ते में मशक्कत करने के बाद सुबह उसे निकाला गया। दरअसल कुआं के अंदर से बच्चे के रोने की आवाज सुनकर एक ग्रामीण ने उसे कुएं से निकाल लिया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
बच्चे को कुएं में किसने छोड़ा इसका पता नहीं चल सका है। हालांकि ग्रामीण इसे चमत्कार मान रहे हैं। यह घटना उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले की है।
50 वर्षीय प्रेम राज ने शुक्रवार को बच्चे को कुएं से निकाला। खेत में काम करते समय उन्हें एक बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। वह कुएं के पास गया और देखा कि बच्चे के बगल में एक सांप अपने फन के साथ बैठा है। उनका का दावा है कि उसे कुएं से नीचे जाते देख सांप धीरे-धीरे दूर चला गया।
इसके बाद उन्होंने बच्चे को गोद में उठा लिया। स्थानीय अस्पताल में इलाज के बाद उसे निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चा स्वस्थ्य है। ग्रामीणों का मानना है कि बच्चे को किसी न किसी ने कुएं में गिरा दिया था।
उनका मानना है कि इतनी ऊंचाई से गिरने के बावजूद बच्चा जिंदा है, यह एक चमत्कार है। कुएं में सांप बच्चे की रखवाली कर रहा था। इसलिए नवजात के शरीर पर कोई चोट नहीं आई। इस घटना की जानकारी होते ही बच्चे को लेकर पूरे इलाके में शोर मच गया।
दूर-दराज के गांवों से काफी संख्या में लोग बच्चे को देखने पहुंचे। उनमें से प्रत्येक का मानना था कि सांप के आशीर्वाद के बिना बच्चे का जीवित रहना असंभव होता।
अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि जांच के बाद पता चला कि बच्चे के शरीर पर कटने के कई निशान हैं। ऊंचाई से गिरने के कारण उसके माथे का हिस्सा सूज गया था। इसके अलावा बच्चे के शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं है। डॉक्टरों ने यह भी कहा कि उनका जन्म कुछ घंटे पहले ही हुआ है।
यानी जन्म के तुरंत बाद ही उसे कुएं में फेंक दिया गया था। आश्चर्यजनक रूप से वह बच गया। स्थानीय लोग इसे भगवान कृष्ण की कथा से जोड़कर देख रहे हैं। इस नवजात को कुआं से निकालने वाले प्रेम कुमार भी इसे चमत्कार ही मानते हैं और दावा करते हैं कि उनके नीचे उतरने तक यह सांप ही बच्चे के पास मौजूद रहा।
50 वर्षीय प्रेम राज और उनकी 48 वर्षीय पत्नी सोमवती देवी ने ही बच्चे को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस बीच, कुएं से बच्चे के बचाव की चमत्कारी कहानी लोगों में फैल गई। बच्चे को देखने के लिए भीड़ लगनी शुरू हो गई।