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नईदिल्लीः ईडी ने दिल्ली के शराब घोटाले में पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम भी जोड़ा है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से अदालत में जो चार्जशीट दाखिल की गयी है, उसमें अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ साथ उनके कई करीबी लोगों के नाम हैं।
इस क्रम में ईडी ने तेलंगना के सीएम की पुत्री के भी घोटाले में लिप्त होने का आरोप लगाया है। ईडी ने दावा किया है कि केजरीवाल और उनकी सरकार के अन्य सदस्यों के खिलाफ चार्जशीट सिसोदिया के सचिव सी अरविंद के रेकॉर्ड बयानों के आधार पर दाखिल की गई है।
पीएमएलए कोर्ट ने गुरुवार को चार्जशीट का संज्ञान लिया और सभी आरोपियों के खिलाफ आरोप तय करने की अनुमति दी है। चार्जशीट विजय नायर, इंडोस्पिरिट्स के प्रमुख समीर महेंद्रू समेत अन्य आरोपियों और कई कंपनियों के खिलाफ दायर की गई है।
ईडी ने चार्जशीट में दावा किया है कि दिल्ली की नई आबकारी नीति से लाभान्वित शराब कार्टेल से 100 करोड़ रुपये की कथित रिश्वत के बारे में बता चला है। ये रिश्वत कै पैसों का इस्तेमाल आप के नेताओं द्वारा किया गया था। इस शराब घोटाले के सूत्रधार दिल्ली सरकार के मंत्री थे।
एजेंसी ने बताया कि कुछ एक्टिवटी की मदद से नकदी के एक हिस्से के बारे में पता चला है। ईडी ने कहा कि शराब घोटाले में मिले 100 करोड़ रुपये का इस्तेमाल आप ने गोवा चुनाव में किया था। ये दावा ईडी ने इस मामले में अपनी दूसरी चार्जशीट में दावा किया है जिसमें दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया आरोपी हैं।
ईडी ने स्पेशल कोर्ट में आरोपियों और उनके सहयोगियों द्वारा बड़े पैमाने पर सबूतों को नष्ट करने का भी आरोप लगाया है। इसमें कहा गया है कि सिसोदिया ने दर्जनों बार अपने फोन बदले और दूसरों के नाम से लिए गए सिम कार्ड का इस्तेमाल किया।
ईडी ने कहा कि अपने रिकॉर्ड किए गए बयान में, अधिकारी अरविंद ने कहा कि उन्हें उनके बॉस सिसोदिया द्वारा केजरीवाल के आवास पर बुलाया गया था, जहां एक बैठक में उन्हें आबकारी नीति पर मंत्रियों की रिपोर्ट का एक मसौदा सौंपा गया था। उन्होंने बताया कि इस बैठक में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी मौजूद थे। जैन इस समय मनी लॉन्ड्रिंग के केस में जेल में हैं।
दूसरी तरफ इस बात की जानकारी होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अब ईडी का इस्तेमाल सिर्फ नेताओं को डराने और परेशान करने के अलावा सरकार गिराने में किया जाता है।
इससे पहले भी सीबीआई ने मनीष सिसोदिया के घर पर छापा मारा था, जिसमें कुछ नहीं मिला। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के अनेक मंत्रियों और विधायकों के खिलाफ अब तक गृह मंत्रालय के निर्देश पर कार्रवाई हो चुकी है। कानूनी प्रक्रिया में सारे लोग बेदाग पाये गये हैं। इसलिए ईडी की इस कार्रवाई का भी अंततः कोई नतीजा नहीं निकलेगा।