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विशाखापत्तनमः आंध्रप्रदेश की नई राजधानी अब विशाखापत्तनम होगी। मुख्यमंत्री जगन रेड्डी ने नई राजधानी के नाम की घोषणा कर दी हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य की राजधानी को विशाखापत्तनम स्थानांतरित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री रेड्डी ने कहा कि वह अपना कार्यालय विशाखापत्तनम में स्थानांतरित करेंगे। 23 अप्रैल, 2015 को आंध्र सरकार ने अमरावती को अपनी राजधानी घोषित किया था। फिर 2020 में, राज्य ने तीन राजधानी शहर बनाने की योजना बनाई। जिनमें अमरावती, विशाखापत्तनम और कुरनूल शामिल थे।
मार्च में विशाखापत्तनम में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारी संबंधी बैठक को संबोधित करते हुए रेड्डी ने कहा कि वह आने वाले महीनों में बंदरगाह शहर में अपना कार्यालय स्थानांतरित करेंगे। उन्होंने कहा कि यहां मैं आपको विशाखापत्तनम में आमंत्रित कर रहा हूं, जो आने वाले दिनों में हमारी राजधानी बनने जा रहा है।
मैं खुद भी आने वाले महीनों में विशाखापत्तनम से कामकाज करूंगा। आंध्र प्रदेश की राजधानी अभी अमरावती है। जगन मोहन रेड्डी सरकार ने पिछले साल नवंबर में, विवादास्पद आंध्र प्रदेश विकेंद्रीकरण और सभी क्षेत्रों का समावेशी विकास अधिनियम, 2020 को निरस्त कर दिया था, उनका मकसद राज्य के लिए तीन राजधानियां स्थापित करना है।
कॉन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीआरईडीएआई) की विशाखापत्तनम इकाई के पूर्व अध्यक्ष जी वी सत्यनारायण ने कहा कि विशाखापत्तनम महानगर है और यहां पर सभी आधारभूत संरचनाएं हैं इसलिए यह अच्छा फैसला है।
उन्होंने कहा, विशाखापत्तनम में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, सड़क, बंदरगाह संपर्क जैसे जरूरी आधारभूत संरचनाएं हैं जो राजधानी शहर के लिए आवश्यक है।
राज्य सरकार ने विशाखापत्तनम (कार्यकारी राजधानी), अमरावती (विधायी राजधानी) और कुरनूल (न्यायिक राजधानी) को तीन राजधानियां बनाने का प्रस्ताव दिया है। रेड्डी ने कहा कि राज्य सरकार तीन और चार मार्च को विशाखापत्तनम में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन कर रही है। उन्होंने उद्योग जगत के लोगों से बैठक में हिस्सा लेने और राज्य में निवेश करने का अनुरोध भी किया।