-
राजधानी और आस पास के लिए चेतावनी
-
अमेरिका की तरह यहां भी कोल्ड ब्लास्ट होगा
-
लोगों को काफी संभलकर रहने की पूर्व चेतावनी
राष्ट्रीय खबर
नईदिल्लीः दिल्ली के लिए एक अजीब हैरान करने वाली सूचना मौसम विभाग की तरफ से दी गयी है। लोग इस सूचना को जानकर आनंदित हो रहे हैं लेकिन दरअसल यह भारतीय मौसम के लिए बहुत बड़ा खतरा है। मौसम विभाग की चेतावनी है कि देश की राजधानी का न्यूनतम तापमान भी गिरकर शून्य से चार डिग्री नीचे जा सकता है। वैसी स्थिति में जाहिर तौर पर इलाक में बर्फ की पर्त दिखेगी।
अलबत्ता यदि ऐसा वाकई होता है तब भी पहाड़ी इलाकों के जैसी बर्फवारी यहां नहीं होगी क्योंकि दिल्ली में वाहन से निकलने वाले गैस सहित अन्य प्रदूषण बहुत अधिक है। इससे साफ हो गया है कि अभी उत्तर भारत में फिर से एक बार ठंड लौटकर आने जा रहा है। इसके साथ ही यह स्पष्ट हो गया है कि सबसे अधिक ठंड का आना अभी शेष रह गया है।
आम तौर पर मकर संक्रांति के करीब आने के बाद से ही उत्तर भारतीय इलाके में ठंड का प्रकोप कम होने लगता है। इस बार कुछ उल्टा होने जा रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि दिल्ली ने पिछले 23 वर्षों में तीसरी सबसे भीषण ठंड का सामना किया है।
उसके बाद एक मौसम विशेषज्ञ ने भविष्यवाणी की है कि अगले सप्ताह मैदानी इलाकों में तापमान माइनस चार यानी शून्य से चार डिग्री नीचे तक गिर सकता है। उत्तीर भारत में 14 से 19 जनवरी के बीच कड़ाके की ठंड पड़ सकती है और 16 से 18 जनवरी के बीच इसके चरम पर रहने की संभावना है। जहां राष्ट्रीय राजधानी में हल्की बारिश से कुछ दिनों के लिए बर्फीले तापमान से कुछ राहत मिल सकती है। इस बारिश की वजह से मौसम में धूल का असर भी काफी कम हुआ है।
फिर भी मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक दिल्ली और इसके पड़ोसी राज्यों में शनिवार से शीतलहर की स्थिति बनने की संभावना है। आगामी तीन दिनों के बाद मौसम में कुछ बदलाव हो सकते हैं। कोहरा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। अधिकतम तापमान के 10 डिग्री से नीचे जाने और “ठंडी सुबह” या “कोल्डब्लास्ट” दिनों की चेतावनी दी। विशेषज्ञ मानते हैं कि अमेरिका के जैसा भारत में भी कोलब्लास्ट की स्थिति पहली बार हो रही है।
इसी वजह से डाक्टरों से भी लोगों को इस ठंड में काफी संभलकर रहने की हिदायत दी है क्योंकि इस अत्यधिक ठंड की वजह से अनेक लोग हार्ट अटैक के भी शिकार हो रहे हैं।