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ऑटो चालक बना हुआ था पाकिस्तान का यह जासूस

  • पाकिस्तानी नंबरों से उसका राज खुला

  • हमेशा अकेले में मोबाइल पर बात करता था

  • दावा है कि पाकिस्तान से पैसे भी मिलते थे उसे

राष्ट्रीय खबर

शिलिगुड़ीः हर दिन सुबह से शाम तक ऑटो चलाने वाला गुड्डू एक पाकिस्तानी जासूस है, यह सूचना यहां के उनलोगों के गले में नहीं उतर रही है जो काफी दिनों से इस युवक को देख रहे थे। बिहार के मूल निवासी गुड्डू यहां के देवाशिष कॉलोनी में एक किराये का कमरा लेकर रहता था। बुधवार उसे एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है।

आरोप है कि वह इसी तरह अपनी पहचान छिपाकर यहां दो साल से रह रहा था और पाकिस्तानी का गुप्तचर संस्था आईएसआई के लिए काम किया करता था। पुलिस के मुताबिक पाकिस्तान में वह मोहम्मद शकील नाम से संपर्क साधता था। उनकी गिरफ्तारी की सूचना पर केंद्रीय एजेंसियों के लोग भी यहां आ रहे हैं। वे भी इस गिरफ्तार युवक से अलग से पूछताछ कर सकते हैं। आरोप है कि ऑटो चालक बनकर वह अपनी असले काम को छिपाया करता था। वह इस दौरान उत्तर बंगाल में जितनी भी सैनिक छावनियां हैं, सभी की रेकी कर चुका था।

गिरफ्तारी के बाद उसके घर की तलाशी में भी कुछ सामान बरामद किया गया है लेकिन उस बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी गयी है। जांच दल का दावा है कि गुड्डू नाम से ऑटो चलाने वाले इस युवक का असली नाम ही मोहम्मद शकील है। इसी नाम से वह पाकिस्तान में संपर्क साधा करता था।

वह जिस घर में किराये पर थे, उस घर के मालिक संजय कुमार सुशील पेशे से रेलवे के इंजीनियर हैं। उन्होंने करीब पांच साल पहले यह मकान खरीदा है। इस मकान में सात परिवार किराये पर रहते हैं। वहां के किसी को भी यह संदेह कभी नहीं हुआ कि पिछले दो वर्षों से यहां रहने वाला दरअसल पाकिस्तानी जासूस है।

उसे पहचानने वाले हमेशा ही उसे ऑटो में एक तरफ से दूसरी तरफ सवारी लेकर आते जाते देखा करते थे। अभी छह माह पहले ही उसने मकान मालिक के ही ऑटो को किराये पर लेकर चलाना प्रारंभ किया था। इसके पहले कई लोगों ने उसे साइकिल पर इधर उधर आते जाते देखा था लेकिन वह किसी से भी बात चीत नहीं किया करता था।

गिरफ्तारी के बाद मकान मालिक ने पुलिस को बताया है कि कमरा किराये पर देते वक्त गुड्डू ने अपना पैन कार्ड और आधार कार्ड भी जमा किया था। उसके अलावा उसने बीएसपी पास करने का प्रमाणपत्र दिया था। कमरा किराया पर लेते वक्त उसने बताया था कि पहले वह बिहार में एक निजी स्कूल में गणित का शिक्षक था। मकान मालिक की बेटी को भी वह गणित पढ़ाया करता था।

उसे गिरफ्तार किये जाने के बाद मकान मालिक ने बताया कि इस युवक की पत्नी और माता पिता ने उन्हें फोन किया था। अब पुलिस इन सूचनाओं के आधार पऱ आगे की जांच कर रही है। उसी मकान के एक अन्य किरायेदार दीपराज राय ने बताया कि जब कभी भी कोई फोन आता था तो वह अलग हटकर ही बात किया करता था। पाकिस्तान के कुछ खास नंबरों से संपर्क करने की वजह से वह भारतीय एजेंसियों की नजर में आ गया था। केंद्रीय गुप्तचर विभाग ने इसकी सूचना बंगाल पुलिस को दी थी। उसी सूचना के आधार पर एसटीएफ ने उसपर कुछ दिनों तक नजर रखने के बाद ही उसे गिरफ्तार किया है। जांच अधिकारियों का दावा है कि इस गुड्डू के साथ पाकिस्तान से आर्थिक लेनदेन का सबूत भी उनके पास मौजूद है।

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