कांम्पालाः दक्षिण पश्चिम यूगांडा में एक दो साल का बच्चा बाल बाल बचने में कामयाब रहा है। इस घटना से घायल बच्चे को तुरंत अस्पताल ले जाया गया था जहां उसका ईलाज करने वाले डाक्टरों ने उसे खतरे से बाहर बताया है। इस छोटे से बच्चे को वहां एक हिप्पो ने साबूत निगल लिया था।
यह घटना लेक एडवर्ड के किनारे की है। बच्चा वहां खेल रहा था कि अचानक इस दरियाई घोड़े ने उस पर हमला कर उसे सर की तरफ से पकड़ा और आधा शरीर निगल लिया। यह घटना क्वीन एलिजाबेथ नेशनल पार्क के करीब गत चार दिसंबर की है।
दिन के करीब तीन बजे बच्चे पर ऐसा हमला हुआ था। गनीमत थी कि उस घटना को एक स्थानीय व्यक्ति ने देखा और शोर मचाते हुए उसने आस पास की जमीन पर पड़े पत्थऱ उठाकर उस हिप्पो को दे मारा। इस घटना से घबड़ाये हिप्पो ने बच्चे को उगल दिया और भाग निकला।
उस व्यक्ति द्वारा शोर मचाने की वजह से आस पास के लोग भी वहां भागे भागे आये और बच्चे को अस्पताल पहुंचाया। पास के बवेरा अस्पताल में एहतियात के तौर पर बच्चे के रैबिस का वैक्सिन भी लगाया गया है। इस इलाका में हिप्पो द्वारा इंसानों पर हमले की यह पहली घटना है। इसके बाद लोगों को सावधान रहने को कहा गया है। वरना इससे पहले पानी में हिप्पो के होने के बाद भी वे आम तौर पर इंसानों पर इस तरीके से हमला नहीं किया करते थे।
दूसरी तरफ हिप्पो को देखकर इंसान भी उनके दूरी बनाकर चलते थे। वैसे वजन में करीब डेढ़ हजार किलो का यह जानवर कई बार अधिक आक्रामक होता है।
अफ्रीका के आंकड़े कहते हैं कि हिप्पो के हमले में हर साल औसतन पांच सौ लोगों की मौत होती है। पुलिस ने बताया है कि इगा पॉल नामक यह दो साल का बच्चा अपने घर के बाहर ही खेल रहा था। जहां झील यानी लेक एडवर्ड झील से अचानक एक हिप्पो निकला और उसने दौड़ते हुए वहां आकर बच्चे का आधा शरीर निगल लिया था। पास में मौजूद क्रिसपस बैगोंजा ने यह देखकर शोर मचाया और हिप्पो पर पत्थर फेंकने लगा। पत्थर लगने से ही हिप्पो ने बच्चे को छोड़ दिया और भागता हुआ झील में चला गया।