सोनिया और राहुल से मिलकर सुलझा लेंगे
राष्ट्रीय खबर
नईदिल्लीः कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को यह स्वीकार किया कि कर्नाटक में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के पदों को लेकर सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के बीच चल रही खींचतान एक गंभीर आंतरिक मुद्दा बन चुकी है। हालांकि, उन्होंने आश्वस्त किया कि पार्टी आलाकमान जल्द ही इस समस्या का समाधान निकालेगा। खरगे ने स्पष्ट किया कि वह इस विषय पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ विस्तृत चर्चा करेंगे, और यह संकट 1 दिसंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र से पहले ही सुलझा लिया जाएगा।
खरगे का यह महत्वपूर्ण बयान ऐसे समय में आया है जब राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें तेज हो गई हैं, और सत्ताधारी कांग्रेस के भीतर शक्ति संघर्ष चरम पर पहुँच गया है। 2023 के विधानसभा चुनावों के बाद, सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच कथित तौर पर सत्ता साझेदारी समझौते की बात कही गई थी, जिसके तहत दोनों नेताओं को ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री बनाया जाना था। चूंकि कांग्रेस सरकार के पाँच वर्षीय कार्यकाल के ढाई साल 20 नवंबर को पूरे हो चुके हैं, इसलिए यह चर्चा और तेज हो गई है। हाल ही में, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि वह पूरे पाँच साल के कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री बने रहेंगे और आगामी राज्य बजट पेश करना जारी रखेंगे।
दूसरी ओर, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने मंगलवार को कहा कि वह मुख्यमंत्री बदलने के मुद्दे पर सार्वजनिक चर्चा नहीं करना चाहते, क्योंकि यह पार्टी के शीर्ष चार-पाँच नेताओं के बीच एक गुप्त समझौता था, और उन्हें अपनी अंतरात्मा पर भरोसा है।
इस बीच, शिवकुमार समर्थक विधायकों का एक गुट समाधान की माँग को लेकर दिल्ली में डेरा डाले हुए है। इस गुट का दावा है कि 2.5 साल की सत्ता साझाकरण की समय सीमा पिछले सप्ताह समाप्त हो चुकी है, और अब शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। इस गुट ने पार्टी आलाकमान को एक लिखित अर्ज़ी भी सौंपी है। अर्जी देने वाले विधायकों में से एक, रामनगर के प्रतिनिधि इकबाल हुसैन ने दावा किया कि खरगे ने उनकी बात सहानुभूतिपूर्वक सुनी है। हुसैन ने मंगलवार रात आत्मविश्वास से घोषणा की, 200 परसेंट… वह (डीके शिवकुमार) जल्द ही चीफ मिनिस्टर बनेंगे।
जवाब में, सिद्धारमैया गुट के प्रमुख नेता और राज्य के लोक निर्माण मंत्री सतीश जारकीहोली ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी कांग्रेस आलाकमान से राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों पर जल्द से जल्द स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। जारकीहोली ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री सिद्धा जल्द ही कांग्रेस अध्यक्ष खरगे से मिलने का समय माँगेगे।
जारकीहोली ने जोर देकर कहा कि फिलहाल पार्टी में लीडरशिप बदलने पर कोई औपचारिक चर्चा नहीं हो रही है। उन्होंने कहा, एक बार जब यह बात सामने आएगी तो हम चर्चा करेंगे लेकिन अभी पार्टी में इस पर कोई चर्चा नहीं हो रही है। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने इस मुद्दे पर खरगे से मुलाकात की, उन्होंने बताया कि वह जल्द ही खरगे से समय माँगकर मिलेंगे और अपनी राय रखेंगे। सूत्रों ने बताया है कि खरगे और राहुल गांधी की मीटिंग अगले 48 घंटों में तय होगी, जिसके बाद संभवतः शुक्रवार को सिद्धारमैया और शिवकुमार दोनों को दिल्ली बुलाया जा सकता है।