बिलासपुर ट्रेन हादसे की दर्दनाक दास्तां: ढाई साल के ढाई साल के बच्चे के सिर से उठा माता-पिता का साया, कहीं पिता ने खोया बेटा
बिलासपुर: जिले के लाल खदान स्टेशन के पास हुए हादसे में 11 लोगों की जान चली गई. इसमें एक ढाई साल के बच्चे की जान तो बच गई लेकिन उसके माता पिता की इसी हादसे में मौत हो गई. वहीं एक और ऐसी दर्दनाक दास्तां सामने आई जहां पिता की जान तो किसी तरह बच गई लेकिन उसने अपने बेटे को खो दिया.
ढाई साल का बच्चा अनाथ: बिलासपुर रेल हादसे में ढाई साल का बच्चा ऋषि यादव घायल हुआ है. मंगलवार देर रात ही उसे अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस बच्चे के माता पिता और नानी की इसी ट्रेन हादसे में मौत हो चुकी है. चांपा से अर्जुन यादव अपनी पत्नी और सास के साथ वापस लौट रहे. इसी दौरान हादसे का शिकार हो गए. चारों में सिर्फ ढाई साल का बच्चा ही बच पाया है.
पालन-पोषण कैसे होगा: मासूम बच्चे को देखने अस्पताल पहुंचे रिश्तेदार ने शासन प्रशासन से मांग की है कि बच्चे की देखभाल अब प्रशासन अपने हाथ में ले ले. उसे अपने पैर पर खड़े होने तक उसका पालन पोषण करें. शिक्षा के साथ उचित देखरेख की व्यवस्था करें. अब बच्चा अनाथ हो गया है तो अब प्रशासन ही उसकी देखरेख की जिम्मेदारी ले.
पिता ने खोया बेटा: ट्रेन हादसे में बिल्हा निवासी अंकित अग्रवाल की भी मौत हो गई है. रेलवे चिकित्सालय में उनका इलाज चल रहा था. पड़ोसी ने उनकी मौत की पुष्टि की गई है. वहीं उनके पिता तुलाराम का इलाज जारी है. दोनों नैला जांजगीर से मेमू ट्रेन में सवार होकर बिल्हा वापस आ रहे थे.
11 लोगों की मौत में 5 मृतकों की पहचान हुई है
- प्रिया चन्द्रा, उम्र 21 साल, पिता अशोक कु.चन्द्रा, बहेराडीह दाराद्वार/सक्ती
- शीला यादव, 30 साल, अर्जुन यादव की पत्नी, देवरीखुर्द, बिलासपुर
- अंकित अग्रवाल, 35 साल, पिता तुलाराम, बिल्हा बिलासपुर
- विद्यासागर. 55 साल, देवरीखुर्द, बिलासपुर
- प्रमिला वस्त्रकार, 55 साल, कुमार वस्त्रकार की पत्नी, पाराघाट, जयरामनगर, बिलासपुर
हादसे पर हो रही राजनीति: अब इस मामले में कोई शोक जता रहे तो कोई हर संभव मदद की बात कर रहा है. वहीं कांग्रेस ने कहा कि, ये लापरवाही है, कम्यूनिकेशन गेप है इसकी जांच होनी चाहिए. डिप्टी सीएम अरुण साव और सांसद विजय बघेल ने कहा कि, ये घटना दर्दनाक और हृदयविदारक है. रेस्क्यू टीम लगातार राहत कार्य में जुटी है और घायलों को हर संभव मदद प्रदान की जा रही है. वहीं. डिप्टी सीएम ने भी रेलवे अस्पताल पहुंचकर हाल-चाला जाना.
प्रशासन की टीम ने ताकत से राहत और बचाव कार्य किया है, घटना के जांच के आदेश दिए जा चुके हैं, कांग्रेस का काम सिर्फ ऐसे हादसों पर भी राजनीति करने का है– अरुण साव, डिप्टी सीएम
रेलवे प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपए और घायलों को 5 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया है. इस दुर्घटना की जांच अवश्य होनी चाहिए और अगर किसी की लापरवाही पाई जाती है तो उस पर कठोर कार्रवाई हो ये रेल प्रशासन से निवेदन है– विजय बघेल, सांसद
इसकी उच्चस्तरीय जांच हो, ये सीधे-सीधे लापरवाही दिख रही है, ट्रेन खड़ी थी, उसके ऊपर आकर पैसेंजर ट्रेन को चढ़ा दिया गया, क्या पायलट को नहीं पता था कि वहां ट्रेन खड़ी है– सुशील आनंद शुक्ला, कांग्रेस संचार प्रमुख
हादसे की जांच हो रही है: रेलवे के अधिकारियों का भी बयान इस पर सामने आया है. रेल महा प्रबंधक का कहना है कि हादसे के कारण की जांच कमिश्नर रेलवे सेफ्टी कर रहे हैं. वो साइट पर मौजूद हैं. हादसे का कारण पता लगाने के बाद आगे कार्रवाई होगी.
कैसे हुआ था हादसा: मंगलवार को, कोरबा पैसेंजर ट्रेन और मालगाड़ी के बीच जोरदार टक्कर हो गई, Body:हादसा शाम करीब 4 बजे गटोरा और बिलासपुर स्टेशन के बीच हुआ. टक्कर इतनी भीषण थी कि कोच एक-दूसरे पर चढ़ गए, जिससे कई यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि करीब 20 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.