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सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके में जारी किया हाई एलर्ट

मणिपुर-म्यांमार सीमा पर विस्फोटकों और आग्नेयास्त्रों का जखीरा बरामद

  • राज्यपाल को उग्रवाद विरोधी अभियानों की जानकारी दी गई

  • इंफाल में दो उग्रवादी शिविर ध्वस्त किया और हथियार जब्त

  • भूमि विवाद को लेकर हुई झड़प में 3 की मौत, 9 घायल

भूपेन गोस्वामी

गुवाहाटी :सुरक्षा बलों ने मणिपुर के कई घाटी जिलों से प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े 11 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक, कई ऑपरेशनों के दौरान बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक बरामद किए।

पुलिस के मुताबिक सुरक्षाबलों ने पीआरईपीएके के दो सक्रिय सदस्यों को इंफाल पश्चिम जिले के लांगथाबल कुंजा से गिरफ्तार किए गए, जबकि कांगलेई यावल कन्ना लुप (केवाईकेएल) का एक अन्य सदस्य उसी जिले के अवांफ पोतसांगबाम से पकड़ा गया। एक अन्य उग्रवादी, जो प्रतिबंधित केवाईकेएल (एसओआरईपीए) से संबंधित था, को थौबाल जिले के उनिंगखोंग क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।

कांगपोकपी जिले के न्यू केइथलमांबी पुलिस थाना के तहत मोंगपी रिज क्षेत्र में बलों ने विभिन्न प्रकार के हथियार, जिनमें राइफल, पिस्तौल, बम और यहां तक कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी शामिल थे, बरामद किए। जब्त किए गए सामानों में दो रेडियो सेट, विभिन्न कैलिबर के पॉम्पी बम और विभिन्न आग्नेयास्त्रों के लिए गोला-बारूद शामिल थे।

भारत में सुरक्षा एजेंसियों ने विस्फोटकों और आग्नेयास्त्रों के एक बड़े जखीरे की बरामदगी के बाद मणिपुर-म्यांमार सीमा पर हाई अलर्ट जारी किया है, अधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की। यह अलर्ट तब जारी किया गया जब केंद्रीय सुरक्षा बलों ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर मणिपुर के टेंग्नौपाल जिले के टेंग्नौपाल पुलिस स्टेशन के अंतर्गत सैवोम गांव क्षेत्र में गुरुवार को एक त्वरित अभियान शुरू किया।

यह क्षेत्र म्यांमार सीमा के करीब है और हाल ही में यहां तनाव बढ़ा है। अधिकारियों ने बताया कि खुफिया रिपोर्टों में सीमावर्ती क्षेत्रों में असामाजिक तत्वों की बढ़ती गतिविधियों की चेतावनी दी गई थी, जिससे संभावित सुरक्षा खतरों के बारे में चिंता बढ़ गई थी।

पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी), लेफ्टिनेंट जनरल राम चंद्र तिवारी, जीओसी स्पीयर कोर, लेफ्टिनेंट जनरल अभिजीत एस पेंढारकर और असम राइफल्स दक्षिण के महानिरीक्षक मेजर जनरल रावरूप सिंह ने शुक्रवार को इंफाल के राजभवन में मणिपुर के राज्यपाल से मुलाकात की।

मणिपुर के उखरुल जिले में गुरुवार को भूमि विवाद को लेकर हुई हिंसक झड़पों में क्रमशः 36,42,39 वर्षीय नागा 3 व्यक्ति की मौत हो गई और 9 अन्य घायल हो गए, एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। घटना के बाद जिला प्रशासन ने पूरे विवादित क्षेत्र में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया।

सूत्रों के अनुसार, गुरुवार को दोपहर करीब 2 बजे उखरुल जिले के शांगचिंग गांव और लुंगरेइफुंग तांग गांव के ग्रामीणों के बीच टकराव हुआ। सूत्रों ने पुष्टि की कि इस भीषण झड़प के दौरान शांगचिंग गांव के रामलुंग आरके के बेटे रामयोन आरके (36) को चोटें आईं और बाद में उनकी मौत हो गई। सूत्रों ने बताया कि झड़प के दौरान शांगचिंग गांव के एरन आरके (36), जोसेफ आरके (54) और पीटर आरके (73) के साथ-साथ लुंगरेइफुंग तांग के रेजॉयस आरके (34) और निंगशांग आरके (60) को गोली लग गई।

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