Breaking News in Hindi

जनता के बदलते स्वर से नेपाल के राजनीतिक दल भयभीत

प्रधानमंत्री ओली ने राजशाही पर आगाह किया

राष्ट्रीय खबर

काठमांडूः नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने गुरुवार को राजशाही के दौरान लगाए गए निरंकुश शासन को भूलने के प्रति आगाह किया और संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य की उपलब्धियों को मजबूत करने के लिए सामूहिक प्रयासों का आह्वान किया। राजधानी में एक कार्यक्रम में बोलते हुए ओली ने राजशाही की बहाली की मांग को लेकर हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए सभी से गणतंत्र प्रणाली को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।

काठमांडू में हाल ही में हुए राजशाही समर्थक प्रदर्शनों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, लोग अभी भी देश में राजशाही के शासनकाल के दौरान लगाए गए निरंकुश शासन को नहीं भूले हैं। ओली ने कहा, लंबे संघर्ष और लोगों द्वारा किए गए बलिदानों के माध्यम से राजशाही के उन्मूलन के साथ देश में मजबूत स्थानीय सरकारें बनीं, इसलिए वर्तमान प्रणाली का कोई विकल्प नहीं है।

उन्होंने लोगों को सेवाओं के प्रभावी वितरण के लिए स्थानीय, प्रांतीय और संघीय सरकारों के बीच सहयोग की आवश्यकता को रेखांकित किया। नेपाल के पूर्व राजा के समर्थक पिछले कुछ हफ्तों से काठमांडू और पोखरा समेत देश के विभिन्न हिस्सों में रैली कर रहे हैं और 2008 में जनांदोलन के बाद समाप्त की गई राजशाही को फिर से बहाल करने की मांग कर रहे हैं।

फरवरी में लोकतंत्र दिवस के बाद से राजशाही समर्थक सक्रिय हो गए हैं, जब ज्ञानेंद्र ने कहा था, समय आ गया है कि हम देश की रक्षा करने और राष्ट्रीय एकता लाने की जिम्मेदारी लें। संसद में सवालों के जवाब में प्रधानमंत्री ओली ने गुरुवार को कहा कि सरकार महंगाई पर लगाम लगाने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा, आम लोगों के दैनिक जीवन से जुड़ी वस्तुओं और उपभोग्य सामग्रियों की सुचारू और सुलभ आपूर्ति के प्रबंधन के लिए नियमित रूप से बाजार की निगरानी की जाती रही है। एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए ओली ने कहा कि युवा उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए इस साल कम से कम 500 उद्यमियों को स्टार्टअप ऋण प्रदान किया जाएगा।

उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा।