सिरी से लोगों की बात चीत रिकार्ड का प्रमाण
लंदनः कंप्यूटर जगत की अग्रणी संस्था एप्पल ने अपने ग्राहकों को 815 करोड़ रुपये जुर्माना देने का एलान किया है। दरअसल जांच में उसके सहयोगी सिरी के साफ्टवेयर में लोगों की बातचीत सुनने और रिकार्ड करने की बात सामने आयी है। यूं तो एप्पल ने इसमें अपनी भागीदारी से इंकार किया है। फिर भी यह कंपनी अपने ग्राहकों की निजता भंग होने की वजह से उन्हें यह आर्थिक भरपाई करेगी।
मिली जानकारी के मुताबिक एप्पल के हर उपभोक्ता को यह भुगतान किया जाएगा। इसमें आईफोन, आईपैड और अन्य एप्पल उपकरणों के उपभोक्ता शामिल होंगे। एक सामान्य अनुमान के मुताबिक हर उपभोक्ता को करीब बीस डॉलर की राशि का भुगतान किया जाएगा। सिरी जासूसी कर रही थी और एप्पल को 815 करोड़ रुपये का जुर्माना देना होगा। वैसे जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि इसमें एप्पल की कोई गलती नहीं थी।
जासूसी के आरोप पहले भी लग चुके थे। कंपनी एप्पल के डिजिटल असिस्टेंट सिरी के जरिए उपयोगकर्ताओं की बातचीत सुन रही थी। दुनिया की सबसे बड़ी आईटी कंपनी पांच साल पहले उठे मामले को निपटाना चाहती थी। एप्पल करीब 815 करोड़ रुपये का जुर्माना भरने को तैयार है। जुर्माना प्रभावित एप्पल उपयोगकर्ताओं को दिया जाएगा। आईफोन, आईपैड और अन्य एप्पल डिवाइस के उपयोगकर्ताओं को जुर्माना राशि से अधिकतम 20 डॉलर का भुगतान किया जाएगा।
मुकदमे में आरोप लगाया गया कि एप्पल के डिजिटल सहायक सिरी को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि वह एप्पल उपयोगकर्ताओं की निजी बातचीत सुन सकता है। एप्पल ने वह जानकारी तीसरे पक्ष के साथ साझा की। एप्पल का वॉयस असिस्टेंट सिरी उपयोगकर्ता की जानकारी के बिना सभी बातचीत रिकॉर्ड कर लेता था।
जैसे ही आप हे सिरी कहेंगे, सिरी सक्रिय हो जाएगी। यह मामला विशेष रूप से विज्ञापनदाताओं को व्यक्तिगत जानकारी सौंपने के आरोप में दायर किया गया था। यद्यपि आईटी कंपनी ने मामला सुलझा लिया, लेकिन उन्होंने कोई गलती स्वीकार नहीं की। कंपनी ने जुर्माना भरने की शर्तों को स्वीकार करके उपयोगकर्ताओं का विश्वास बहाल करने के लिए कदम उठाए हैं।