इस्लामाबाद से बदला लेने का एलान किया
काबुलः पाकिस्तान के लिए बड़ा खतरा अब सामने आता दिख रहा है। तालिबान ने घातक हवाई हमलों का बदला लेने के लिए इस्लामाबाद के खिलाफ युद्ध की घोषणा की, 15000 लड़ाके भेजे है, ऐसी सूचना है। पाकिस्तान पहला देश था जिसने 2021 में अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होने पर तालिबान को मान्यता दिलाने के लिए दुनिया को मनाने की कोशिश की थी। अब हालात ने पलटवार किया है और ऐसा लग रहा है कि तालिबान पाकिस्तान को बख्शने के मूड में नहीं है। तालिबान उसी पाकिस्तान के हाथ काटने को तैयार हैं जिसने उन्हें पाला-पोसा है।
कई आतंकी हमलों में पहले ही पाकिस्तानी और चीनी नागरिकों की जान जा चुकी है। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में हवाई हमले किए थे, जिसमें कहा गया था कि उसका मकसद तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को निशाना बनाना है। हालांकि, इन हमलों से तालिबान भड़क गया और उसने अब पाकिस्तान से बदला लेने के लिए 15,000 लड़ाके भेजे हैं।
पाकिस्तान ने 24 दिसंबर को सैद्धांतिक डूरंड रेखा के पास पक्तिका प्रांत के बरमल जिले में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के शिविरों पर हवाई हमले किए थे। पाकिस्तान ने इस कदम को देश के लोगों को आतंकवादियों से बचाने के लिए बताया था। पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि टीटीपी अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल पाकिस्तान पर हमला करने के लिए लॉन्च पैड के रूप में कर रहा है।
दूसरी ओर, अफगानिस्तान ने काबुल में पाकिस्तान के दूतावास के प्रभारी को तलब किया और कड़ा विरोध दर्ज कराया। गुस्साए तालिबान ने घोषणा की कि उसके 15,000 लड़ाके खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में मीरअली सीमा की ओर मार्च कर रहे हैं। वैसे इस डूरंड लाइन को लेकर दोनों देशों के बीच पहले भी झड़प हो चुकी है। पहले भी कई बार पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की सीमा के अंदर हमला किया था। यह पहला मौका है जब तालिबान शासन ने औपचारिक तौर पर कार्रवाई करे का एलान करते हुए अपने लड़ाकों को आगे बढ़ा दिया है।