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राहुल और प्रियंका गाजीपुर सीमा पर रोके गये

जिला प्रशासन का पूर्व प्रतिबंधात्मक आदेश रहा प्रभावी

  • नेता प्रतिपक्ष को अकेले की अनुमति नहीं

  • प्रशासन ने पहले ही इसका एलान किया था

  • दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर काफिला रोका गया

राष्ट्रीय खबर

नईदिल्लीः लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कांग्रेस नेताओं को हिंसा प्रभावित संभल जाते समय दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर गाजीपुर बॉर्डर पर रोक दिया गया है। पिछले महीने शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा के बाद जिले में लागू निषेधाज्ञा के कारण प्रतिनिधिमंडल को रोका गया है।

इस हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई थी। संभल दौरे के लिए कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में गांधी भाई-बहन और उत्तर प्रदेश के पांच अन्य कांग्रेस सांसद शामिल हैं। इससे पहले दिन में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि संभल में निषेधाज्ञा लागू होने के कारण गांधी को संभल जिले के रास्ते में उत्तर प्रदेश गेट पर रोका जाएगा।

हम राहुल गांधी को संभल जाने की अनुमति नहीं देंगे क्योंकि वहां प्रशासन द्वारा निषेधाज्ञा जारी की गई है। पुलिस गांधी को यूपी गेट पर रोकेगी। गाजियाबाद के पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने बताया, मौके पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। संभल को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 (उपद्रव या आशंका वाले खतरे के तत्काल मामलों में आदेश जारी करने की शक्ति) के तहत 31 दिसंबर, 2024 तक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि यह पहले 1 दिसंबर को समाप्त होने वाला था, आदेश को साल के अंत तक बढ़ा दिया गया है।

3 दिसंबर को, संभल के जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेंसिया ने पड़ोसी गौतम बुद्ध नगर और गाजियाबाद जिलों के पुलिस आयुक्तों और अमरोहा और बुलंदशहर जिलों के पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखकर उनसे यात्रा के दौरान गांधी को अपने जिलों की सीमाओं पर रोकने का आग्रह किया।

24 नवंबर को, एक शेष सर्वेक्षण किया गया, जिसके बाद मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने गोलीबारी, पथराव और आगजनी सहित बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। नतीजतन, संभल जिले में स्थिति बेहद संवेदनशील हो गई है। संभल डीएम ने पत्र में कहा, 10 दिसंबर तक किसी भी बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन या जनप्रतिनिधि का संभल जिले में सक्षम अधिकारी की पूर्व अनुमति के बिना प्रवेश प्रतिबंधित है। भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा जारी की गई है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा है कि वह उत्तर प्रदेश के संभल जाकर पीड़ित परिजनों से मिलकर अपनी संवेदना व्यक्त करना चाहते है, लेकिन उन्हें अकेले भी नहीं जाने दिया जा रहा है। श्री गांधी ने बुधवार को कहा कि विपक्ष के नेता के तौर पर यह उनका संवैधानिक अधिकार है लेकिन सरकार संविधान के अधिकार को भी दरकिनार कर रही है और उन्हें जाने की अनुमति नहीं दे रही है।

उनका कहना था कि वह संविधान की रक्षा की लड़ाई लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा, हम संभल जाने की कोशिश कर रहे हैं, पुलिस जाने की अनुमति नहीं दे रही है। नेता विपक्ष के तौर पर ये मेरा अधिकार बनता है कि मैं जा सकता हूँ पर तब भी ये मुझे रोक रहे हैं। श्री गांधी ने कहा, मैंने कहा है कि मैं अकेले जाने को तैयार हूँ मगर वो भी बात स्वीकार नहीं की। ये विपक्ष के नेता के अधिकार के खिलाफ है, ये संविधान के खिलाफ है। मेरा जो संविधान प्रदत्त अधिकार है वो मुझे दिया नहीं जा रहा है ये नया हिंदुस्तान है, यह संविधान को ख़त्म करने का हिंदुस्तान है मगर हम लड़ते रहेंगे।

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