राज्य में आधे के करीब कम बारिश
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अनुमान से लेट आया है मॉनसून
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प्रारंभिक बारिश के बाद से मौसम सूखा
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बारिश की कमी से कृषि कार्य प्रभावित
राष्ट्रीय खबर
रांचीःआसमान में नजर आते बादल भी अब लोगों और खासकर झारखंड के किसानों को हैरान परेशान करने लगे हैं। प्रारंभिक बारिश के बाद से ही वर्षा गायब है और इससे राज्य की खेती का काम बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। मजेदार बात यह है कि झारखंड में मौसम विभाग बारिश का अलर्ट तो जारी करता है, लेकिन उस हिसाब से बारिश नहीं होती है।
इसी तरह मौसम का हाल बताने वाले कई अन्य अंतर्राष्ट्रीय वेबसाइट भी झारखंड में बारिश का आकलन नहीं कर पा रहे हैं। राजधानी रांची में की बात करें तो बीते 24 घंटे में वहां भी बारिश का अलर्ट था, लेकिन बादल नहीं बरसे। आम तौर पर रथयात्रा के दिन बारिश होने का अनुमान रहता है पर चंद बूंदों के टपकने के अलावा बारिश नहीं होने से पुराने लोग चिंतित दिखे और उनके मुताबिक रथयात्रा के दिन बारिश नहीं होना, कोई शुभ लक्षण नहीं है।
रांची में अधिकतम तापमान 31 डिग्री रहा। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान 36.5 डिग्री सरायकेला व सबसे कम तापमान 24 डिग्री रांची में दर्ज किया गया। वहीं, सबसे अधिक वर्षा 112 मिमी दुमका में हुई। इस तरह हवा के ठंडी झोंकों के बीच रांची के लोग फिर से गर्मी का एहसास करने लगे हैं। आज यानी सोमवार के मौसम की बात करें तो आज भी पूरे राज्य में बारिश की संभावना है।
हालांकि, रांची मौसम केंद्र के मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है, लेकिन अब भी राज्य में 49 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। उम्मीद के हिसाब से मानसून काम नहीं कर रहा है। उम्मीद है कि जुलाई के आखिरी सप्ताह में पूरे राज्य में जबरदस्त बारिश हो। तब शायद बारिश का प्रतिशत बढ़ेगा।
वहीं, आज भी पूरे राज्य में बारिश का पूर्वानुमान है। कुछ जिले जहां पर भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। इनमें पश्चिमी व पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां व सिमडेगा शामिल है। इस दौरान लोगों को काफी सचेत रहने की जरूरत है क्योंकि, भारी बारिश में पेड़ की टहनी और बिजली के तार गिरने की संभावना अधिक रहती है।