पहली ही बारिश में खुल रही है रांची के विकास की पोल
-
सीमेंट कम और बालू ज्यादा दिख रहा
-
पक्की सड़कों के नीचे भी बालू दिखा
-
दो चार बारिश में और बिगड़ेगी हालात
राष्ट्रीय खबर
रांचीः रांची के विकास के नाम पर अफसरों और ठेकेदारों की लूट का प्रमाण प्रकृति ने सामने ला दिया है। कल दिन में हुई बारिश के बाद चकाचक बनी सड़कों की कलई खुल गयी और अनेक स्थानों पर नीचे बिछी बालू की पर्त नजर आने लगी है। इतना से भी काम चल जाता पर पाइप लाइन बिछाने के बाद गड्डों को भरने में सीमेंट की जो ढलाई की गयी थी, वह तो नया रिकार्ड बनाने लगी है।
अनेक स्थानों पर यह ढलाई ही धंस गयी क्योंकि पाइप बिछाने के लिए खोदे गये गड्ढों को सही तरीके से भरा नहीं गया था। ऊपर से सीमेंट की ढलाई की मजबूती कम होने की वजह से वे नीचे की तरफ धंस गये। इससे अनेक स्थानों पर रात के अंधेरे में दुर्घटना का खतरा भी बढ़ गया है। कई स्थानों पर जल जमाव रोकने के लिए नालियों के ऊपर से ऊंचे सीमेंट के पुल बनाये गये थे, वे भी अपने मकसद में फेल हो गये है। अलबर्ट एक्का चौक पर आर जी स्ट्रीट में सीपीआई कार्यालय के पास पुल का एक हिस्सा ऐसा धंसा कि नीचे की नाली ही साफ नजर आने लगी। स्थानीय लोगों ने किसी तरह का इंतजाम किया ताकि लोगों को दूर से ही वहां गड़बड़ी होने की जानकारी मिल सके।
इसके अलावा सबसे अधिक व्यस्त सड़कों पर जगह जगह पर अब चिकनी सडकों के बीच से फोड़े निकलने लगे हैं। साथ की सिवरेज लाइन बिछाने का अरबों का खर्च अब तक परेशानी को पूरी तरह दूर नहीं कर पाया है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण अभी के सबसे महत्वपूर्ण सड़क हरमू बाईपास का है। इस सड़क से आला हाकिम लोग आते जाते रहते हैं।
बारिश के बाद खास तौर पर किशोरगंज चौक से लेकर हरमू पुल तक का इसका नजारा अजीब होता है। यहां पर सारा गंदा पानी सड़कों पर से बहता है जबकि सिवरेज लाइन के होने का कोई लाभ नहीं होता है। लोगों का मानना है कि दो चार और बारिश होने के बाद सड़कों की दशा और बिगड़ जाएगी। जिसके बाद दुर्गा पूजा के ठीक पहले फिर से सड़कों की मरम्मती के ठेका निकालकर अफसर और ठेकेदार दोबारा कमाई करेंगे।