अरुणाचल में भारत की तैयारी भी पुख्ता
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चीनी कब्जे के शिगात्से में छह जे-20 लड़ाकू विमान
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सीमा से मात्र डेढ़ सौ किलोमीटर दूर हुई तैनाती
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अरुणाचल में एयर शो कर सकती है वायुसेना
भूपेन गोस्वामी
गुवाहाटी : जबकि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद अनसुलझा है, चीन ने सीमा क्षेत्र में एक और उकसावा दिया है। सैटेलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि चीन ने सिक्किम में भारतीय सीमा से 150 किलोमीटर से भी कम दूरी पर अपने सबसे एडवांस जे-20 स्टील्थ फाइटर जेट्स को तैनात किया है।
सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए खुफिया जानकारी एकत्र करने वाली ऑलसोर्स एनालिसिस ने खुलासा किया है कि तिब्बत के दूसरे सबसे बड़े शहर शिगात्से में चीन की वायुसेना ने अपने एडवांस जे-20 स्टील्थ लड़ाकू विमानों को तैनात किया है। चीन शिगात्से में बने इस एयरपोर्ट का उपयोग सैन्य और नागरिक हवाई अड्डे के तौर पर करता है। यह हवाई अड्डा 12,408 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जो दुनिया के सबसे ऊंचे हवाई अड्डों में से एक है।
भारतीय वायु सेना को भी इन जे-20 लड़ाकू विमानों की तैनाती के बारे में जानकारी है। जे-20 स्टील्थ लड़ाकू विमान चीन का अभी तक का सबसे एडवांस ऑपरेशन फाइटर एयरक्राफ्ट है। तिब्बत के शिगात्से में इन विमानों की तैनाती आश्चर्यजनक है। ये विमान 29 मई 2024 को ही एयर बेस पर पहुंचे थे। इससे पहले ग्राउंड क्रू और सहायक उपकरणों की संभावित तैनाती के लिए वाई-20 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट ने लैंडिंग की थी।
भारत ने भी चीन से तनातनी को देखते हुए 36 राफेल लड़ाकू विमानों के बेड़े को एलएसी पर तैनात किया है। हालांकि गुरुवार को ही वायुसेना ने आधिकारिक तौर पर बताया था कि उनमें से 8 राफेल फाइटर जेट अमेरिकी वायु सेना के साथ हवाई युद्ध अभ्यास के लिए अलास्का गए हुए हैं।
इससे पहले चीन ने अपने कब्जे वाले तिब्बत में जे-20 फाइटर जेट्स की तैनाती की थी। चीन के होटन प्रांत के झिंजियांग में जे-20 विमानों को देखा गया था। इससे पहले इस अप्रैल महीने में सैटेलाइट इमेज से ही खुलासा हुआ था कि चीन ने लेह एयरबेस से 382 किमी दूर होटान एयरबेस पर नए रनवे का निर्माण किया है। अरूणाचल प्रदेश सीमा पर होटान एयरबेस पर बने नये रनवे की लंबाई 3700 मीटर है।
वहां चीन ने दो रनवे बनाए हैं, जिनमें से एक उपयोग सैन्य गतिविधियों के लिए और पुराने रनवे का इस्तेमाल नागरिक सेवा के लिए कर रहा है।चीन की तैयारियों को देखते हुए भारतीय वायुसेना अरुणाचल प्रदेश में एयर शो कर सकती है जो चीन की सीमा से लगे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य में वायुसेना की वायु शक्ति का पहली बार प्रदर्शन होगा। पूर्वी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ ने संवाददाताओं से कहा कि अरुणाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी इलाके में एयर शो आयोजित करना चुनौतीपूर्ण है लेकिन वहां एयर शो करना अब भी दिलचस्प विचार है।