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बेंगलुरु के आतंकी हमले में भाजपा कार्यकर्ता की मिलीभगत

एनआईए ने साई प्रसाद को हिरासत में लिया


  • मोबाइल दुकान के दो कर्मचारी पकड़े गये

  • जांच एजेंसी ने खुद से कुछ नहीं कहा

  • भाजपा विधायक ने आरोप को गलत बताया


राष्ट्रीय खबर

बेंगलुरुः यहां के रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में कथित संलिप्तता के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक कार्यकर्ता को हिरासत में लिया गया है। सूचना के मुताबिक राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने रामेश्वरम कैफे विस्फोट के सिलसिले में भाजपा कार्यकर्ता साई प्रसाद को हिरासत में लिया है। सूत्रों ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ता का नाम कथित तौर पर दो मोबाइल शॉप कर्मचारियों ने लिया था, जिनसे पिछले हफ्ते एनआईए ने पूछताछ की थी। उन्हें कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले के तीर्थहल्ली से हिरासत में लिया गया था। कथित तौर पर साईं प्रसाद के तीर्थहल्ली और चिक्कमगलुरु में संदिग्धों के साथ संपर्क थे। एनआईए ने इससे पहले थीर्थहल्ली में दो युवकों और एक मोबाइल दुकान के मालिक के आवास पर छापेमारी की थी।

रिपोर्ट के अनुसार, जांच से पता चला कि साईं प्रसाद का इन व्यक्तियों से संपर्क था, जिससे आगे की पूछताछ के लिए उनकी गिरफ्तारी हुई। यह भी पता चला कि चिक्कमगलुरु में एक पुलिस कर्मी ने मुख्य साजिशकर्ता की मां को किराए का घर दिलाने में मदद की थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि बेंगलुरु कैफे विस्फोट के पीछे कथित मास्टरमाइंड मुजम्मिल शरीफ, जो मूल रूप से कलासा का रहने वाला है, उसने इंस्पेक्टर की सहायता से अपनी मां को चिक्कमगलुरु में स्थानांतरित कर दिया।  रिपोर्ट के अनुसार, मुख्य साजिशकर्ता शरीफ को एनआईए ने मामले में तीन राज्यों में कई स्थानों पर बड़े पैमाने पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया था। उन्हें सह-साजिशकर्ता के रूप में उठाया गया था क्योंकि एनआईए की टीमों ने 18 स्थानों पर कार्रवाई की थी, जिसमें कर्नाटक में 12, तमिलनाडु में पांच और उत्तर प्रदेश में एक स्थान शामिल था।

3 मार्च को मामला अपने हाथ में लेने वाली एनआईए ने शुक्रवार को कहा कि आईईडी विस्फोट को अंजाम देने वाले आरोपी व्यक्ति की पहचान मुसाविर हुसैन शाजिब और सह-साजिशकर्ता की पहचान अब्दुल मथीन ताहा के रूप में की है। ये दोनों शिवमोग्गा जिले के तीर्थहल्ली के रहने वाले हैं। जांच में कथित तौर पर पता चला कि मुजम्मिल शरीफ ने 1 मार्च को बेंगलुरु के आईटीपीएल रोड, ब्रुकफील्ड स्थित कैफे में आईईडी विस्फोट से जुड़े मामले में अन्य दो पहचाने गए आरोपियों को लॉजिस्टिक सहायता प्रदान की थी।

एनआईए ने कहा कि वह फरार और गिरफ्तार आरोपी व्यक्तियों के कॉलेज और स्कूल के समय के दोस्तों सहित सभी परिचितों को बुला रही है और उनसे पूछताछ कर रही है। एनआईए ने कहा, मामला एक आतंकवादी घटना है, गवाहों की पहचान के बारे में कोई भी जानकारी जांच में बाधा डालने के अलावा व्यक्तियों को बुलाए जाने को भी जोखिम में डाल सकती है। एनआईए ने पिछले महीने रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में शामिल दो वांछित आरोपियों अब्दुल मथीन अहमद ताहा और मुसाविर हुसैन शाजिब के खिलाफ 10-10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है।

एजेंसी ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर दो फरार आरोपियों की तस्वीरें प्रसारित करते हुए सूचित किया था कि जो कोई भी आरोपी व्यक्तियों की गिरफ्तारी के लिए कोई भी जानकारी प्रदान करेगा, उसे पुरस्कृत किया जाएगा। यह भी स्पष्ट किया कि सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।

दूसरी तरफ विधायक और भाजपा नेता बसनगौड़ा पाटिल यत्नाल ने इन आरोपों से इनकार किया कि भाजपा पदाधिकारी साई प्रसाद बेंगलुरु में रामेश्वरम कैफे विस्फोट में शामिल थे। वह राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा भाजपा नेता को हिरासत में लेने के बारे में मंत्री दिनेश गुंडू राव के एक सोशल मीडिया पोस्ट का जवाब दे रहे थे। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मंत्री भाजपा पर झूठे और बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। श्री राव कह रहे हैं कि धमाके में भाजपा नेता का हाथ था, यह सच नहीं है। विचाराधीन व्यक्ति एक मोबाइल उपकरण डीलर था।

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