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घर पर धावा बोलकर पुलिस अधिकारी का अपहरण !

छह सदस्यों गिरफ्तारी के बाद मैतेई भीड़ ने पुलिस अधिकारी पर हमला किया

  • दो सौ हथियारबंद ने दिया घटना को अंजाम

  • फिर पुलिस चौकी से आधुनिक हथियारों की लूट

  • दो गांवों से हथियार बरामद,  तीन लोग गिरफ्तार

  • कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा भड़की

भूपेन गोस्वामी

गुवाहाटी : मणिपुर में तनाव के बीच एक पुलिस अधिकारी का अपहरण कर लिया गया। 200 हथियारबंद बदमाशों गाड़ियों में आए और अमित सिंह के आवास पर धावा बोल दिया। पुलिस ने कहा कि मंगलवार को मणिपुर में तनाव और बढ़ गया जब इम्फाल पूर्वी जिले में एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का कथित तौर पर मैतेई संगठन अरमबाई तेंगगोल के कार्यकर्ताओं की ओर से अपहरण कर लिया गया।

मणिपुर पुलिस ने एक बयान में कहा कि इम्फाल पूर्व के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित सिंह को बाद में पुलिस और सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई के बाद बचा लिया गया।

घटना के बाद मणिपुर पुलिस के ऑपरेशन विंग में तैनात अधिकारी अमित सिंह को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। मंगलवार शाम के हमले में, कथित तौर पर अरामबाई तेंगगोल से जुड़े सशस्त्र कैडरों ने घर में तोड़फोड़ की और गोलियों से चार वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।

मणिपुर में ताजा तनाव बढ़ने के बाद सेना को बुलाया गया था और असम राइफल्स की चार टुकड़ियों को इंफाल पूर्व में तैनात किया गया था, पुलिस अधिकारी का अपहरण कर लिया गया था। मंगलवार शाम करीब 7 बजे हुई घटना की जानकारी देते हुए मणिपुर पुलिस ने बताया कि 200 की संख्या में गाड़ियों में आए हथियारबंद बदमाशों ने अमित सिंह के आवास पर धावा बोल दिया।

मणिपुर पुलिस ने एक्स पर पोस्ट किया कि 27 फरवरी, 2024 को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, आईडब्ल्यू, मोइरांगथेम अमित एमपीएस के आवास पर गोलीबारी की घटना हुई। वाहनों में आए लगभग 200 की संख्या में सशस्त्र बदमाशों ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, श्री मोइरांगथेम अमित सिंह, पुत्र एमपीएस के आवास पर धावा बोल दिया।

सशस्त्र उपद्रवियों ने आवास पर घरेलू संपत्तियों में तोड़फोड़ की। सूचना मिलने पर अतिरिक्त सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे। परिणामी पुलिस कार्रवाई में, दो व्यक्ति रबिनाश मोइरांगथेम, 24 वर्ष पुत्र एम. रंजन, क्वाकीथेल अखम लीकाई और कंगुजम भीमसेन, 20 वर्ष पुत्र के. अबोसाना, खोंगमान बाशिखोंग को चोटें आईं और उन्हें जेएनआईएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया।

घटना के बीच हथियारबंद बदमाशों ने एडिशनल एसपी और उनके एक साथी का अपहरण कर लिया. बाद में उन्हें क्वाकीथेल कोन्जेंग लीकाई क्षेत्र से बचाया गया और चिकित्सा उपचार के लिए राज मेडिसिटी में भर्ती कराया गया। इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू हो गई है।

इस अंधाधुंध गोलीबारी का कारण यह था कि संबंधित अधिकारी ने वाहन चोरी में कथित संलिप्तता के लिए समूह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद, मीरा पैबिस (मैतेई महिला समूह) के एक समूह ने उनकी रिहाई की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और सड़कों को अवरुद्ध कर दिया। बचाव प्रयासों के बाद बिगड़े हालात मणिपुर सरकार को सेना की मदद लेनी पड़ी।

असम राइफल्स, एक अर्धसैनिक बल, सेना की परिचालन कमान के तहत कार्य करता है। उधर, मणिपुर पुलिस ने चुराचांदपुर जिले के दो गांवों से भारी मात्रा में हथियार, मोर्टार और गोला-बारूद बरामद किया है। इसके अलावा 1200 रुपए के नकली नोट भी जब्त किए हैं। इसके अलावा इंफाल पश्चिम जिले के कीसंपत जंक्शन से 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनके कब्जे से दो राइफल्स जब्त की गई हैं।

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने एक प्रोग्राम में कहा कि राज्य में जातीय तनाव को दूर करे लिए शांति पहल शुरू हो गई है। अब हमें घबराने की जरूरत नहीं है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सभी क्षेत्रों में सुरक्षा बल तैनात किया जाएगा। मणिपुर के इम्फाल ईस्ट के खामेनलोक और पुखाओ संतीपुर इलाके में 27 फरवरी को कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा भड़की थी।

यहां गोलीबारी में 1 शख्स की मौत और 3 लोग घायल हो गए थे। हिंसा में मरने वाले शख्स की पहचान 25 साल के सागोलसेम लोया के रूप में हुई। घायल हुए लोगों में से एक को पैर में और एक को कंधे में गोली लगी थी। इसके अलावा तेजपुर इलाके में इंडिया रिजर्व बटालियन की पोस्ट पर भी हमला किया गया था। यहां से 6 एके-47, 4 कार्बाइन, 3 राइफल, 2 एलएमजी और कुछ ऑटोमैटिक हथियार भी लूटे गए थे।

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