मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने किया अनुमति से इंकार
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विधि व्यवस्था का मुद्दा उठाया गया
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कांग्रेस ने कहा यात्रा हर हाल में होगी
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इस बार की यात्रा सिर्फ पैदल नहीं होगी
राष्ट्रीय खबर
नई दिल्ली: राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा का प्रारंभ शायद मणिपुर से नहीं हो पायेगा। यह यात्रा पिछले साल के भारत जोड़ो यात्रा का अनुवर्ती है। जिसकी वजह से कांग्रेस ने तेलेंगना में चुनावी जीत दर्ज की है। भाजपा के नेतृत्व वाली मणिपुर सरकार ने पूर्व-लॉन्च सार्वजनिक रैली के लिए अनुमति से इनकार कर दिया।
कांग्रेस की तरफ से इंफाल के पूर्वी जिला के ऐतिहासिक पोलो ग्राउंट से इस यात्रा को प्रारंभ करने की योजना बनायी गयी थी। अब पार्टी के सूत्रों के मुताबिक ऐसा प्रस्ताव दिया गया है कि सिर्फ चंद लोगों के साथ ही यहां से मार्च की अनुमति दी जा सकती है। सरकार ने इसके लिए राज्य के कानून व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं होने की दलील दी है।
कांग्रेस, हालांकि, जब वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने प्रेस से बात की। उन्होंने कहायह कोई राजनीतिक यात्रा नहीं है। हम तो देश के लोगों के लिए न्याय की मांग पर यह यात्रा निकाल रहे हैं।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस की राज्य इकाई ने पुलिस की मंजूरी का अनुरोध किया था, लेकिन यह कहते हुए कि झटके पार्टी को रोक नहीं पाएंगे और इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया जाएगा।
यह एक राजनीतिक रैली नहीं है। हम तमाशा बनाने में रुचि नहीं रखते हैं, हम अभी भी इसे करेंगे, लेकिन एक नई जगह में। वैसे अब तक कांग्रेस की तरफ से यह एलान नहीं किया गया है कि वहां की अनुमति नहीं मिलने की स्थिति में यात्रा को कहां से प्रारंभ किया जाएगा।
इससे पहले मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के प्रशासन ने कानून और व्यवस्था की स्थिति के संदर्भ में संबंधित एजेंसियों से मिले संवेदनशील रिपोर्ट का हवाला देते हुए अनुरोध को ठुकरा दिया। इम्फाल ईस्ट डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट की एक औपचारिक अधिसूचना ने भी एक राज्य समारोह में उसी दिन की ओर इशारा किया, जिसमें मुख्यमंत्री, वरिष्ठ कैबिनेट सदस्यों और उच्च-रैंकिंग वाले सरकारी अधिकारियों द्वारा भाग लिया जाना चाहिए, जो संभवतः संदर्भ में प्राथमिकता लेगा सुरक्षा संसाधनों को तैनात करना।
जिला मजिस्ट्रेट डॉ मयेंगबम वेटो सिंह ने कहा, इसलिए केवल प्रतिभागियों की सीमित संख्या के साथ यात्रा को दूर करने की अनुमति दें। प्रतिभागियों की संख्या और नाम पहले से ली जा सकते हैं, और सभी आवश्यक एहतियाती उपाय किए जा सकते हैं। भारत न्याय यात्रा को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे द्वारा रवाना किया जाना है।
अनुमति से इनकार भी मोरेह में हिंसा जारी है, जहां पुलिस और आतंकवादियों ने भारत-म्यांमार सीमा पर गोलीबारी हो रही है। कांग्रेस की नई यात्रा 66 -दिन की यात्रा है, जिसमें 6,713 किमी – बस और पैदल ही – 110 जिलों, 100 लोकसभा सीटों और 337 विधानसभा खंडों में, 20 मार्च को मुंबई में समापन होता है। यात्रा को 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले मतदाताओं को उकसाने और एकजुट करने के लिए पार्टी के प्रयास के रूप में पिच किया गया है, जो मार्च/अप्रैल में होने की उम्मीद है।
भाजपा सरकार की चिंता इस बात से भी है कि यह यात्रा देश के बहुसंख्य लोकसभा सीटों के इलाकों से होकर गुजरने वाली है। इसलिए अब राहुल गांधी की यात्रा को हल्के में नहीं लिया जा रहा है और ना ही इसका मजाक उड़ाया जा रहा है।
मोदी ने संसद को अभिनंदन, तालियों का मंच बना दिया है: खड़गे
नयी दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद को अभिनंदन और तालियों का मंच बना दिया है और यह स्वीकार्य नहीं है इसलिए जनता से जुड़े मुद्दों को उठाने के लिए कांग्रेस पार्टी को जनता के बीच जाना होगा।
श्री खड़गे ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा और आगामी लोकसभा चुनाव के परिप्रेक्ष्य में आज यहां आयोजित पार्टी के केंद्रीय पदाधिकारियों की बैठक में यह बात कही।
उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में आम आदमी के मुद्दों पर ध्यान नहीं देने और निर्वाचित विपक्षी सदस्यों को अपनी आवाज उठाने से चुप कराने के लिए भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, आप सभी इस तथ्य से अवगत हैं कि देश को बदलाव की जरूरत है तथा इसे संभव बनाने के लिए हमें जमीनी स्तर पर दिन-रात काम करना होगा और लोगों का विश्वास जीतना होगा। राहुल गांधी ने सामाजिक, वित्तीय न्याय, मूल्य वृद्धि, बेरोजगारी, जाति-आधारित जनगणना और देश के लोगों के सामने आने वाले अन्य मुद्दों को उठाने के लिए यात्रा को चुना है।
उन्होंने जोर दिया कि आज स्थिति अलग है और विपक्ष इंडिया गठबंधन के रूप में एकजुट है। इस एकजुटता से भाजपा में भ्रम की स्थिति देखी जा सकती है तथा उसे अब विपक्षी गठबंधन की ताकत का एहसास हो गया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पास देश को बताने के लिए कोई सफलता की कहानी नहीं है, बल्कि उसने देश की पिछले 70 साल में अर्जित सारी संपत्ति अपने कुछ चुनिंदा दोस्तों को देकर बर्बाद कर दी है। उन्होंने कहा कि जहां तक सीट बंटवारे का सवाल है तो गठबंधन में इस विषय पर प्रगति हुई है। उन्होंने सभी पार्टी नेताओं से मतदाताओं से मिलने और उनसे बात करने का आग्रह किया। उन्होंने कांग्रेस नेताओं से ऐसी कोई भी टिप्पणी करने से बचने को कहा, जिससे पार्टी की छवि खराब हो।