कियेबः ज़ापोरिज्ज्या ओब्लास में गठित की जा रही नई नेशनल गार्ड इकाई में पूर्व वैगनर भाड़े के सैनिक शामिल हो रहे हैं। यूक्रेन में रूसी सेनाएं रूसी नेशनल गार्ड के भीतर नई इकाइयां बनाने की प्रक्रिया में हैं, जिन्हें रॉसग्वार्डिया के नाम से जाना जाता है, जिसका उद्देश्य जवाबी-तोड़फोड़ करना है।
एनआरसी की प्रेस सेवा ने निवासियों को बताया कि इन नवगठित इकाइयों को यूक्रेन के अस्थायी रूप से कब्जे वाले क्षेत्रों में संचालित करने के लिए आयोजित किया जा रहा है। इन संभावित इकाइयों के लिए नामित एक प्रशिक्षण शिविर कथित तौर पर वोरोनिश के पास विकासाधीन है। समूहों में अब बंद हो चुकी वैगनर निजी सैन्य कंपनी से जुड़े व्यक्ति और साथ ही नए भर्ती किए गए सदस्य शामिल होंगे। टेंट कैंप में 10,000 व्यक्तियों के रहने की उम्मीद है।
वैगनर पीएमसी के पूर्व सदस्यों के साथ ये नए रंगरूट 3 नवंबर के बाद युद्ध समन्वय और इन नई इकाइयों के गठन के लिए आने वाले हैं। इससे पहले, एनआरसी ने रूसियों द्वारा ज़ापोरिज्ज्या ओब्लास्ट में स्थानीय निवासियों को रूसी पासपोर्ट प्रदान करने के बाद उनकी अनिवार्य लामबंदी को लागू करने के उदाहरणों की सूचना दी थी।
यूक्रेन के राष्ट्रीय प्रतिरोध केंद्र (एनआरसी) ने 23 अक्टूबर को रिपोर्ट दी है कि मॉस्को यूक्रेन के कब्जे वाले हिस्सों में अधिकारियों और सिविल सेवकों पर रूस की सत्तारूढ़ राजनीतिक पार्टी यूनाइटेड रशिया में शामिल होने के लिए दबाव डाल रहा है, जिसका नेतृत्व रूसी तानाशाह व्लादिमीर पुतिन कर रहे हैं।
एनआरसी ने अपनी वेबसाइट पर एक संदेश में कहा, “दुश्मन की योजना के अनुसार, पार्टी में शामिल होने से पुतिन शासन को और अधिक वैध होना चाहिए और इस प्रकार, क्षेत्र पर कब्ज़ा और सामूहिक जिम्मेदारी पैदा होगी, जिससे सहयोगियों की कब्ज़ाधारियों के प्रति वफादारी मजबूत होगी। इससे साफ हो जाता है कि अब रूसी सेना अपनी कमजोरी को स्वीकार करते हुए नये सिरे से रंगरुटों की भर्ती कर अपनी ताकत बढ़ाना चाहती है।