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ज्योतिप्रिय मल्लिक को ईडी ने किया गिरफ्तार

राष्ट्रीय खबर

कोलकाताः राशन वितरण मामले में राज्य के वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। ईडी के अधिकारियों ने गुरुवार रात उनके घर पर मैराथन तलाशी के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया। 20 घंटे से ज्यादा की तलाशी और पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार करने का फैसला किया गया। ईडी सूत्रों के मुताबिक, मंत्री के घर से राशन वितरण से जुड़े अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं।

यह पहली बार है जब किसी मंत्री को राशन वितरण मामले में गिरफ्तार किया गया है। केंद्रीय एजेंसी ने उन्हें गुरुवार दोपहर करीब 3 बजे गिरफ्तार किया। उन्हें सीजीओ कॉम्प्लेक्स के ईडी कार्यालय भी लाया गया। हालांकि, ईडी के किसी अधिकारी ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। सीजीओ कॉम्प्लेक्स में प्रवेश करते ही ज्योतिप्रिय ने कहा, मैं गहरी साजिश का शिकार हूं।

ईडी ने गुरुवार सुबह करीब 6:30 बजे ज्योतिप्री के साल्ट लेक स्थित घर पर तलाशी शुरू की। उनके दो घरों (बीसी 244 और बीसी 245) के साथ-साथ साल्ट लेक में बीसी ब्लॉक की भी तलाशी ली जा रही है। ईडी सूत्रों के मुताबिक, राशन भ्रष्टाचार मामले में बकीबुर रहमान की गिरफ्तारी के बाद मंत्री का नाम सामने आया था।

गुरुवार को तलाशी के दौरान ज्योतिप्रिय के घर के बाहर काफी लोग जमा हो गये। उन्हें हटाने के लिए ईडी के अधिकारियों ने थाने से संपर्क किया। थाने से पुलिसकर्मी ज्योतिप्रिय के घर के अंदर आए और ईडी अधिकारियों से बात की। इसके बाद बाहर बैरिकेड्स लगा दिए गए।

उनके घर के अलावा ईडी उस समय उनके सहायक अमित डे के नागेरबाजार स्थित दो फ्लैटों पर भी पहुंची। एक फ्लैट भगवती पार्क इलाके में और दूसरा फ्लैट स्वामी विवेकानन्द रोड में है। सूत्रों के मुताबिक अमित दोनों फ्लैट में बारी-बारी से रहता है। हालांकि, दोनों फ्लैट पर ताला लगा हुआ था। अमित को घर पर न पाकर ईडी के अधिकारियों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, ईडी की एक टीम बेलेघाटा में अमित के दोस्त और मंत्री के सहायक रोनी के घर पहुंची। दोपहर में ज्योतिप्री का सहायक अमित परिवार के पास घर लौटा। उनके साथ उनकी बुजुर्ग मां, पत्नी और बच्चे भी थे।

अपने ही मंत्री के घर पर सर्च ऑपरेशन को लेकर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, मैंने सुना है कि ईडी के जासूस घर-घर जाते हैं और तलाशी के नाम पर चीनी का बरतन भी उलट रहे हैं, घी को शीशी से गिरा रहे हैं। घर की लड़कियों के पास कितने तरह के कपड़े और पोशाकें हैं, कितनी साड़ियाँ हैं, यह भी खोजा जाता है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। बालू (ज्योतिप्रिया मलिक का उपनाम) मधुमेह रोगी हैं। अगर उन्हें कुछ हुआ तो मैं भाजपा और ईडी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराऊंगी।

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