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सनातन विरोधियों पर जम कर बरसे मोदी

  • इंडिया एलायंस को सनातन विरोधी बताया

  • सरकार की उपलब्धियों की जानकारी दी

  • कई प्रमुख योजनाओं का लोकार्पण

बीना (सागर): मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के पहले एक महीने के भीतर दूसरी बार सागर जिले में आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जहां एक ओर इस जिले समेत समूचे प्रदेश को हजारों करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात देकर गए, वहीं उन्होंने संत रविदास की इस धरती से सनातन का विरोध करने वाले विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं को भी जम कर आड़े हाथों लिया।

श्री मोदी अपने लगभग आधे घंटे के संबोधन में 10 मिनट तक सनातन विरोधियों को निशाने पर लेते रहे। उन्होंने कहा कि देश के कोने-कोने में रहने वाले सनातनी को, इस देश से प्यार करने वाले को और हर किसी को सतर्क रहने की जरूरत है। सनातन को मिटा कर ये देश को फिर एक हजार साल की गुलामी में धकेलना चाहते हैं, पर हमें मिल कर ऐसी ताकतों को रोकना है। संगठन की शक्ति से एकजुटता से उनके मंसूबे नाकाम करने हैं।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि सनातन धर्म भारत की हजारों साल की परंपरा है, विपक्षी गठबंधन उसे तहस-नहस करना चाहता है। जिस सनातन धर्म ने देवी अहिल्या बाई होल्कर और झांसी की रानी लक्ष्मी बाई को प्रेरित किया। स्वामी विवेकानंद और लोकमान्य तिलक भी उसी से प्रेरित रहे। लोकमान्य तिलक ने सनातन से प्रेरित होकर ही गणेशोत्सव को सार्वजनिक तौर पर मनाने की शुरुआत की और उसे स्वतंत्रता आंदोलन से जोड़ा। सनातन की ही ताकत थी कि आजादी के आंदोलन में फांसी पाने वाला हर क्रांतिकारी अगला जन्म भारत माता की गोद में ही चाहता था। सनातन संत रविदास का प्रतिबिंब है। सनातन ने हजारों वर्षों से भारत को जोड़ा है। विपक्षी गठबंधन मिल कर उसे खंड-खंड करना चाहता है।

उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री श्री चौहान और उनकी पूरी टीम की जी-20 का सफल आयोजन सुनिश्चित करने के लिए प्रशंसा करते हैं।  राज्य में कांग्रेस शासन का संदर्भ देते हुए श्री मोदी ने कहा कि भाजपा ने मध्यप्रदेश को भय से मुक्ति दिलाई, यहां कानून व्यवस्था को स्थापित किया।

पुराने पीढ़ी के लोगों को याद होगा कि कैसे कांग्रेस ने इसी बुंदेलखंड को सड़क, बिजली और पानी जैसी सुविधाओं से तरसा कर रख दिया था।बुंदेलखंड अंचल के अपने इस संबोधन में श्री मोदी ने सिंचाई के क्षेत्र में भाजपा सरकारों द्वारा किए जा रहे कार्यों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि केन-बेतवा परियोजना का इस क्षेत्र को बहुत लाभ होगा।  इसके पहले प्रधानमंत्री ने यहां स्थित भारत-ओमान रिफाइनरी लिमिटेड के परिसर में लगभग 50 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले पेट्रोलियम कांप्लेक्स का शिलान्यास और इसके मॉडल का निरीक्षण किया।

प्रधानमंत्री ने प्रदेश में 10 नई औद्योगिक परियोजनाओं सहित लगभग 50 हजार 700 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखी। समारोह के दौरान केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, वीरेंद्र कुमार, प्रहलाद पटेल, भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और प्रदेश सरकार के कई मंत्री उपस्थित रहे।

इस कांप्लेक्स की अहमियत पर जोर देते हुए श्री मोदी ने कहा कि इसका उद्देश्य भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि देश अब तक पेट्रोल-डीजल के साथ ही पेट्रोकेमिकल उत्पादों के लिए भी दूसरे देश पर निर्भर रहता है।  उन्होंने बुंदेलखंड की जनता को सरल शब्दों में इस कांप्लेक्स की अहमियत समझाते हुए कहा कि नहाने में इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक की बाल्टी, मग, नल, कुर्सी-मेज से लेकर कारों के डैशबोर्ड और ग्लूकोज की बोतल तक में पेट्रोकेमिकल उत्पादों की अहम भूमिका होती है। बीना का ये कांप्लेक्स इन सभी चीजों में मदद करते हुए समूचे क्षेत्र के विकास को एक नई गति देगा।

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