रांचीः रांची के अनेक इलाकों में बिजली की समस्या के अलावा घनी आबादी के क्षेत्र में गार्डवायर की समस्या बनी हुई है। यह अपने आप में खतरनाक स्थिति है क्योंकि हाई वोल्टेज लाइन के नीचे गिरने पर कभी भी हादसा हो सकता है।
इस बारे में युवा राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश सचिव माबिया शाहरुख ने बिजली विभाग के अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट किया था। इस बारे में विधिवत लिखित आवेदन देने के बाद बिजली विभाग की सुस्त चाल सामने आयी है। एक प्रतिनिधिमंडल ने इस खतरे की तरफ ध्यान आकृष्ट करते हुए बिजली विभाग के महाप्रबंधक से बात की थी।
वहां हुई बात चीत के बाद उन्होंने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को इस पर काम करने का आश्वासन दिया था। पंद्रह दिन से अधिक समय बीत जाने के बाद भी जब काम नहीं हुआ तो लोगों ने एक एक कर अधीक्षण अभियंता, कार्यपालक अभियंता और कनीय अभियंता से भेंट की थी। ऊपर के दोनों अधिकारियों ने इस बारे में अपने अधीनस्थ को निर्देश देने की बात कही।
जब कनीय अभियंता से युवा राष्ट्रीय जनता दल के सदस्यों ने भेंट की तो उन्होंने अपनी लैपटॉप खराब होने की दलील दी। उनके मुताबिक घनी आबादी के इलाके में हाई वोल्टेज लाइन के नीचे सुरक्षा के तौर पर गार्ड वायर लगाने के लिए भी एस्टिमेट बनाने का नियम है। लैपटॉप खराब होने की वजह से यह काम नहीं किया जा सका है।
यहां तक कि टेलीफोन एक्सचेंज के पास भी हाई वोल्टेज लाइन की एक जैसी समस्या है। बता दें कि कुछ अरसा पहले बड़ा तालाब के पास एक हाई वोल्टेज तार में आग लगने के बाद यह जिंदा वायर जमीन पर आ गिरा था। इसके बाद करीब पांच मिनट तक वहां जलता हुआ यह तार इधर उधर उछलता रहा।
स्थानीय खेत मोहल्ला के लोगों ने किसी तरह सावधानी बरतते हुए वहां से गुजरते हुए लोगों को दूर पर रोक रखा। वहां से मिली सूचना के बाद ही लाइन को बंद किया गया था। इसी वजह से अब बारिश के दिनों में इस स्थिति पर विभाग का ऐसा नजरिया घातक भी सिद्ध हो सकता है। हाल के दिनों में हाई वोल्टेज लाइन की वजह से कई इलाकों में हादसे पहले ही हो चुके हैं।