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गहरे खदान में डूबी बच्ची का शव नहीं मिला, देखें वीडियो

अशोक कुमार शर्मा

हजारीबागः जिला के चरही थाना क्षेत्र के सीसीएल के 42 नंबर खदान में शनिवार को एक बच्ची संजना कुमारी पिता रणजीत चौहान जो खदान में डूब गई थी। 24 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी बच्ची की  शव को बरामद नहीं किया जा सका।

जिसके बाद रविवार को प्रशासन से गुस्साए हुए ग्रामीणों ने चरही घाटो मार्ग को घंटो जाम कर दिया। ग्रामीणों का कहना था कि बच्ची को खदान में डूबे हुए इतना समय हो चुका है। लेकिन अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई पहल नहीं की गई है। जिसके कारण हम लोगों ने रोड को जाम किया है।

ग्रामीणों की मांग थी कि एनडीआरएफ की टीम जल्द से जल्द पहुंचे और खदान से बच्ची की  शव को बाहर निकाले। वही एनडीआरएफ की टीम लगभग 12 बजे घटनास्थल पर पहुंची इसके बाद सभी ग्रामीणों ने सड़क जाम को हटाया।

बचाव अभियान में उतरती एनडीआरएफ की टीम

एनडीआरएफ की टीम को आने में देरी हुई इस बीच स्थानीय पुलिस को ग्रामीणों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। घटनास्थल पर पहुंचकर एनडीआरएफ की टीम ने त्वरित कार्रवाई की।

बता दें की इससे पहले शनिवार को स्थानीय ग्रामीणों द्वारा देर रात तक बच्ची के शव को खोजने का प्रयास किया गया परंतु सफलता हाथ नहीं लग पाई। घटना के बाद से ग्रामीणों द्वारा लगातार बच्ची के शव को बाहर निकालने का हर तरह से प्रयास किया गया। इधर बच्ची के परिजन का रो रो कर बुरा हाल है।

बच्ची की मां को विलाप करते देख सभी की आंखे नम हो गई। समाचार लिखे जाने तक एनडीआरएफ की टीम पूरे खदान में बच्ची के शव को ढूंढने का प्रयास कर रही थी परंतु शाम हो जाने के कारण रेस्क्यू को रोक दिया गया। जिसे फिर सोमवार को पुनः किया जाएगा। इस दुखद घटना से क्षेत्र में काफी दुखद माहौल है।

पता चला है कि मां के साथ नहाने गई एक बच्ची  गहरे खदान में डूब गई। मामला चरही थाना क्षेत्र के सीसीएल 42 नंबर स्थित गहरे खदान की है। जहां पिंडरा निवासी महिला बैजन्ती देवी पति रंजीत चौहान अपने तीन बच्चों सोनिया कुमारी (10 वर्ष), संजना कुमारी (8 वर्ष) एवं शिवम कुमार (4 वर्ष) के साथ शनिवार को लगभग 1 बजे नहाने गई थी।

मां कपड़े धोने में व्यस्त थी तभी इनके तीनो बच्चे पानी में डूबकर नहा रहे थे एवं देखते ही देखते तीनो बच्चे गहरे पानी में डूबने लगे। महिला ने किसी तरह बड़ी बेटी सोनिया एवं पुत्र शिवम को बचाने में सफल रही परंतु अपनी छोटी बेटी संजना को नहीं बचा पाई।

घटनास्थल पर मुख्य रूप से पुलिस निरीक्षक महेंद्र सिंह, थाना प्रभारी विक्रम कुमार, एएसआई बैजनाथ मेहता समेत कई पुलिस के जवान एवं सीआई इदरीश अंसारी, मांडू प्रमुख चंद्रमणि देवी, जिप सदस्य भोला तूरी, पिंडरा मुखिया देवलाल कुमार सहित कई अधिकारी व जनप्रतिनिधि सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

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