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कांगपोकपी में फिर गोलीबारी में पांच की मौत

  • अब कई दलों ने की राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग

  • राउत ने पूछा पूर्व नियोजित है तो साजिश किसकी है

  •  बिष्णुपुर इलाके में आधी रात से भी बना है तनाव

भूपेन गोस्वामी

गुवाहाटी  : मणिपुर घाटी के कुछ पहाड़ी जिलों में कर्फ्यू में ढील देने और एनएच-2 से नाकेबंदी हटाने के एक दिन बाद थिंग्सट हिल रेंज के तहत मणिपुर के कांगपोकपी में गोलीबारी की ताजा घटना सामने आई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अब तक पांच लोग मारे जा चुके हैं। सूत्रों के अनुसार आज तड़के फैलेंग गांव से भी गोलीबारी की सूचना मिली। शुरुआती खबरों के अनुसार गोलीबारी अब भी जारी है। मणिपुर के बिष्णुपुर जिले के खोइजुमंताबी गांव में झड़प, आगजनी की खबरों के बाद मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह दो जुलाई को हिंसा प्रभावित इलाकों में पहुंचे थे।

सूत्रों के अनुसार, 2 जुलाई को हिंसा की एक नई लहर सामने आई, जिसमें झड़पों में तीन लोगों के मारे जाने की सूचना मिली। बिष्णुपुर जिले के बाहरी इलाकों में दो जुलाई की आधी रात से ही तनाव बना हुआ है। मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह हिंसा भड़कने के बाद बिष्णुपुर पहुंचे, इस झड़प में 6 लोगों की मौत हो गई। मणिपुर के बिष्णुपुर जिले के बाहरी इलाकों में हिंसा के ताजा प्रकोप के जवाब में, मुख्यमंत्री बीरेन सिंह स्थिति का आकलन करने के लिए 3 जुलाई को घटनास्थल पर पहुंचे।

खोइजुमंताबी गांव में हुई इस घटना ने एक बार फिर हिंसा प्रभावित राज्य को उथल-पुथल में डाल दिया है।सूत्रों के अनुसार, हिंसा की एक नई लहर आज सुबह सामने आई, जिसके परिणामस्वरूप चल रही झड़पों के बीच तीन व्यक्तियों की दुखद मौत हो गई। बिष्णुपुर जिले के बाहरी इलाकों में दो जुलाई की मध्यरात्रि से ही तनाव बना हुआ है।

रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि आतंकवादियों के एक समूह ने बिष्णुपुर और चुराचांदपुर जिलों के बीच सीमावर्ती क्षेत्रों में क्रूर हमला किया। कई घरों को आग लगा दी गई, और यहां तक कि लोगों के अपहरण की खबरें भी हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि सूत्रों का दावा है कि झड़पों के दौरान एक व्यक्ति का बेरहमी से सिर काट दिया गया था, सशस्त्र आतंकवादियों द्वारा विभिन्न स्थानों पर सिर का प्रदर्शन किया गया था।

दूसरी ओर,उद्धव ठाकरे गुट के नेता और सांसद संजय राउत एक बार फिर मणिपुर हिंसा को लेकर भाजपा पर हमलावर हुए। उन्होंने पूछा कि अगर हिंसा प्री-प्लान है तो केंद्र सरकार, गृह  मंत्रालय, मणिपुर के राज्यपाल और मुख्यमंत्री सब आपके हैं तो ये योजना बनाई किसने। इतना ही नहीं, राउत ने हिंसा के पीछे चीन का हाथ भी बताया।

वहीं, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने भी राज्य सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मणिपुर में जो राइफलें पकड़ी गई हैं, वे चीन में बनी हैं। इस पूरे प्रकरण में कोई हीरो बना है तो वो राहुल गांधी हैं।राउत ने कहा कि मणिपुर में हो रही हिंसा के पीछे चीन का हाथ है। उद्धव ठाकरे गुट के नेता ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने चीन के खिलाफ क्या कार्रवाई की है?

उन्होंने कहा कि 40 दिन से हिंसा चल रही है, लोगों का पलायन चल रहा है। लोग घर छोड़कर शिविरों में रह रहे है। इस सबको देखते हुए मणिपुर के सीएम को इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में तीन साल पहले एक सरकार बनाने में थोड़ी देरी हो गई थी तो राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था। मणिपुर में तो पूरी सरकार जल रही है। लोगों ने सरकार को जला दिया है, तब भी राष्ट्रपति शासन नहीं लग रहा।

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