मैक्सिकोः देश में आधुनिक विकास के लिए डैम बनाना भी आवश्यक समझा गया था। इसी जरूरत को पूरा करने के लिए करीब 49 साल पहले एक दक्षिणी मेक्सिको बांध परियोजना में वहां का एक प्राचीन चर्च भी डूब गया था।
डैम के इलाके में पानी भरने की वजह से यह पानी के नीचे चला गया है। इस चर्च के बारे में लोगों को पहले से ही इस बात की जानकारी थी कि यह 16वीं सदी का प्राचीन चर्च था। अब इस इलाके में उभरे भीषण जलसंकट की वजह से डैम का जलस्तर नीचे चला गया है। इस वजह से डूबा हुआ 16वीं सदी का एक चर्च ऊपर आ गया है।
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इस चर्च के दोबारा नजर आने की सूचना पर वहां पर्यटकों की भीड़ लगी है क्योंकि हर कोई इस प्राचीन चर्च को पानी के ऊपर देखना चाहता है। फिलहाल नाव से लोगों को वहां तक पहुंचना पड़ रहा है क्योंकि यह चर्च डैम के बीच में स्थित है और चारों तरफ अब भी काफी पानी मौजूद है।
ऐतिहासिक आंकड़ों के मुताबिक डोमिनिकन फ्रायर्स द्वारा निर्मित एपोस्टल सैंटियागो चर्च, 1966 में पानी के नीचे गायब हो गया जब ग्रिजाल्वा नदी में पनबिजली बांध बनाया गया था। क्वेशुला में रहने वाले 1,000 से 2,000 स्वदेशी ज़ोक लोग, जैसा कि उनके शहर का नाम था, को स्थानांतरित कर दिया गया और उनके घर जलमग्न हो गए।
15-मीटर (49-फुट) ऊँचे चर्च का लगभग आधा हिस्सा, जिसकी अब छत नहीं है, हाल के सप्ताहों में नेज़हुअलकोयोटल जलाशय में उभरा। पानी से ऊपर आये ढांचे को देखने पर पता चलता है कि इस हिस्से में नजर आने वाले खंडहरों पर पक्षी उतर रहे हैं और पत्थर पर वनस्पति उग आई है, जबकि जुआन अल्वारेज़ डियाज़ ने आगंतुकों को चर्च में ले जाने के लिए अपनी 10-सीटर नाव का उपयोग किया है।
लोग बताते हैं कि यह पहली बार नहीं है कि चर्च फिर से प्रकट हुआ है। आखिरी बार 2002 में था, जब पूरी 60 मीटर लंबी इमारत देखी जा सकती थी। अल्वारेज़ ने कहा कि उस समय, ज़ोक्स आबादी ने चर्च के लिए एक तीर्थयात्रा का आयोजन किया और संरक्षक संत प्रेरित सैंटियागो और ग्वाडालूप के वर्जिन की मूर्तियों को लाया, जिसे उन्होंने जलाशय के निर्माण से पहले बचाया था। अब ताजी सूचना के मुताबिक जल स्तर फिर से बढ़ गया है क्योंकि चियापास में रविवार से भारी वर्षा हुई है।