तेहरानः गुपचुप परमाणु हथियार बनाने के आरोपो से घिरे ईरान ने गुरुवार को एक नई बैलिस्टिक मिसाइल का अनावरण किया, जो कथित तौर पर 2,000 किलोमीटर या 1,240 मील के दायरे में लक्ष्य को भेद सकती है। अधिकारियों ने तेहरान में पत्रकारों को इसके बारे में जानकारी दी। यह बताया गया है कि खोरमशहर -4 – जो कथित तौर पर 1,500 किलोग्राम, या 3,300 पाउंड, वारहेड ले जा सकता है।
इस परीक्षण का वीडियो भी पत्रकारों को दिखाया गया। वैसे यह परीक्षण कब और कहां हुआ है, इस बारे में कोई जानकारी नही दी गयी है। इस सूचना के आने के बाद अमेरिका सहित पश्चिमी देश तथा इजरायल और सतर्क मुद्रा में आ गया है।
अधिकारियों ने मीडिया से कहा कि ईरान के दुश्मनों के लिए हमारा संदेश है कि हम देश और उसकी उपलब्धियों की रक्षा करेंगे। हमारे दोस्तों के लिए हमारा संदेश है कि हम क्षेत्रीय स्थिरता में मदद करना चाहते हैं। ईरानी रक्षा मंत्री मोहम्मद रजा अश्तियानी ने अपने बयान में इसी बात की पुष्टि भी की।
इस मिसाइल के बारे में बताया गया है कि सातवीं शताब्दी में मुसलमानों द्वारा जीते गए एक यहूदी किले का जिक्र करते हुए मिसाइल को कथित तौर पर खीबर नाम दिया गया है। गुरुवार के मिसाइल प्रदर्शन में इज़राइल के साथ तनाव सबसे ऊपर दिखाई दिया, जिसमें यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद पर डोम ऑफ द रॉक का एक लघु उदाहरण भी दिखाया गया।
इस्राइल के एक शीर्ष जनरल ने सप्ताह के शुरू में ईरान के खिलाफ कार्रवाई की संभावना जताई थी, इन खबरों के बीच कि तेहरान ज़ाग्रोस पहाड़ों में गहरे भूमिगत एक परमाणु सुविधा का निर्माण कर रहा है।
इस अत्यंत गहराई में चल रहे परमाणु कार्यक्रम की स्थिति कुछ ऐसी है कि अत्याधुनिक अमेरिकी हथियार भी इतनी गहराई तक जाकर उसे भेद नहीं सकते हैं। ईरान के लेफ्टिनेंट-जनरल हर्ज़ी हालेवी ने मंगलवार को कहा था कि ईरान यूरेनियम संवर्धन के साथ पहले से कहीं आगे बढ़ गया है। इसलिए ईरान के दुश्मनों को पहले के मुकाबले अब और सतर्क हो जाना चाहिए।