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नफरत का बाजार बंद और मुहब्बत की दुकान खुलीः राहुल

श्रीमती गांधी से किया वादा पूरा किया बोल रो पड़े डीके शिवकुमार

  • जेल में सोनिया गांधी मिलने आयी थी

  • नफरत की राजनीति के खिलाफ जनादेश

  • बोम्मई ने कहा अगला लोकसभा जीत लेंगे

राष्ट्रीय खबर

नयी दिल्ली: कर्नाटक के कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार आज आवेग में रो पड़े। पत्रकारों से बात करने के दौरान टीवी पर ही उनका गला भरभरा गया। 61 वर्षीय श्री शिवकुमार ने संवाददाताओं से कहा, मैंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को आश्वासन दिया कि मैं कर्नाटक को बचा लूंगा।

मैं सोनिया गांधी को मुझसे मिलने के लिए जेल में आना नहीं भूल सकता। मुख्यमंत्री पद के दावेदार कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख ने कहा, कांग्रेस कार्यालय हमारा मंदिर है। हम अपना अगला कदम कांग्रेस कार्यालय में तय करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह तीन साल से सोए नहीं हैं। उन्होंने कहा, मैं अपनी नेता सोनिया गांधी को धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने मुझ पर विश्वास जताया। उस दिन से मैं सोया नहीं हूं।”

उन्होंने कहा, मैं सिद्धारमैया सहित अपने राज्य के सभी नेताओं को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह अकेले मेरी जीत नहीं है। 75 वर्षीय सिद्धारमैया मुख्यमंत्री पद की दौड़ में उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी हैं। कांग्रेस पार्टी के लिए यह बड़ी जीत है। कर्नाटक की जनता बदलाव चाहती थी। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जनादेश है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी की जीत पर जनता, पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को बधाई देते हुए कहा कि इस जीत ने राज्य में नफरत का बाजार बंद कर मोहब्बत का माहौल बनाया है।

श्री गांधी ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कर्नाटक विधानसभा चुनावों के नतीजों पर अपनी प्रारंभिक संक्षिप्त टिप्पणी में कहा, कर्नाटक में नफरत का बाजार बंद हुआ और मोहब्बत की दुकान खुली है। उल्लेखनीय है कि श्री गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा में मोहब्बत की दुकान वाली बात बार-बार कही थी।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, हमने कर्नाटक में नफरत से नहीं, बल्कि प्यार से और दिल खोलकर लड़ाई लड़ी और कर्नाटक की जनता ने दिखा दिया कि देश को मोहब्बत अच्छी लगती है।’’ उन्होंने कहा कि यह गरीब जनता की शक्ति की जीत है।

कर्नाटक में एक तरफ क्रोनी कैप्टलिस्ट(सांठगांठ करने वाले पूंजीपतियों) की ताकत थी, दूसरी तरफ गरीब जनता की शक्ति, इस शक्ति ने क्रोनी कैप्टलिस्ट की ताकत को हरा दिया। यही अन्य प्रांतों में होने जा रहा है। पार्टी गरीबों के मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी।

श्री गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक की जनता से पांच वायदे किये थे, इन पांच वायदों को पहले दिन कैबिनेट की पहली बैठक में पूरा किया जायेगा। कांग्रेस ने मतगणना के दो घंटे से भी कम समय में कर्नाटक में आधे रास्ते को पार कर लिया। पार्टी अपने वोट शेयर में उछाल के साथ कम से कम 120 सीटों के साथ समाप्त होने की उम्मीद करती है।

ऐसा लगता है कि जनता दल सेक्युलर की कीमत पर पार्टी ने बड़ा लाभ कमाया है। भाजपा की तरफ से बासवराज बोम्मई ने हार स्वीकार की और कहा कि वह अगले साल लोकसभा चुनाव के दौरान वापसी करेगी। उन्होंने कहा पीएम और भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए बहुत प्रयासों के बावजूद, हम अपनी पहचान नहीं बना पाए हैं। पूरे नतीजे आने के बाद हम विस्तृत विश्लेषण करेंगे। हम इस परिणाम को लोकसभा चुनावों में वापसी के अपने प्रयास के रूप में लेते हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत के लिए प्रदेश की जनता को बधाई दी और चुनाव परिणाम को जनता की जीत और कांग्रेस नेताओं तथा कार्यकर्ताओं के सामूहिक प्रयास का परिणाम बताया है।

श्री खड़गे ने कहा कि कांग्रेस पर कर्नाटक के लोगों ने जो भरोसा जताया है, पार्टी उस पर खरा उतरेगी और राज्य के विकास के लिए जो प्राथमिकताएं तय की गई है तथा जो वादे जनता से किए थे सबसे पहले उन काम शुरु किया जाएगा।    कांग्रेस अध्यक्ष से जब पूछा गया किस पार्टी के कुछ नेता कर्नाटक की जीत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हार बता रहे हैं, तो उन्होंने कहा, सच यह है कि ये चुनाव परिणाम कर्नाटक की जनता की जीत है यह जीत कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत का परिणाम है।

जालंधर में भी चल गया झाड़ू

जालंधर में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस का गढ़ ध्वस्त कर दिया है। आम आदमी पार्टी ने ये लोकसभा सीट जीत ली है। उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सुशील रिंकू ने कांग्रेस उम्मीदवार कर्मजीत कौर चौधरी को 58,691 वोटों से हरा दिया। उपचुनाव के लिए वोटिंग 10 मई को हुई थी।

पिछली 4 बार से कांग्रेस इस सीट पर जीतती रही है। 2014 और 2019 में कांग्रेस उम्मीदवार कर्मजीत कौर चौधरी के पति संतोख सिंह चौधरी यहां से चुनाव जीते। हालांकि उनके निधन के बाद कांग्रेस सीट गंवा बैठी। इस जीत को दिल्ली के सीएम केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पार्टी के लोक कल्याणकारी कार्यों के प्रति जनता का विश्वास बताया है।

झारसुगुड़ा में बीजद की प्रत्याशी विजयी

ओडिशा के झारसुगुड़ा विधानसभा उपचुनाव में बीजद उम्मीदवार दीपाली दास की जीत हुई है। दीपाली दास ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तंकाधर त्रिपाठी को 48 हजार से अधिक मतों के रिकॉर्ड अंतर से हराकर जीत हासिल की है।

सुश्री दास को 1,07,003 वोट हासिल हुए, वहीं टांकाधर को 58,384 मत मिले।  कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व विधायक बीरेन पांडे के पुत्र कांग्रेस उम्मीदवार तरुण पांडे केवल 4,473 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे और उनकी जमानत जब्त हो गयी। बीजद  के पूर्व विधायक एवं पूर्व स्वास्थ्य मंत्री नबकिशोर दास का गत  29 जनवरी को निधन होने के कारण झारसुगुड़ा सीट रिक्त थी और यहां उपचुनाव कराये गये।

बीजू जनता दल (बीजद) सुप्रीमो एवं ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य की झारसुगुड़ा विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में शनिवार को विजयी पार्टी उम्मीदवार दीपाली दास को बधाई दी। चुनाव आयोग की ओर से चुनाव परिणाम घोषित किये जाने के तत्काल बाद श्री पटनायक ने सुश्री दास से संपर्क किया और उन्हें उपचुनाव में जबरदस्त जीत की बधाई दी।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम ( चुनाव आयोग से)

पार्टी     जीते     आगे     कुल

कांग्रेस   133    03      136

भाजपा   64      01     65

जेडीएस  19      00      19

एसकेपी  01      00      01

केआरपीपी        01      00      01

अन्य    02      00      02

कुल     220     04      224

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