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शिलिगुड़ीः गर्मी से बेहाल पश्चिम बंगाल में अब बंगाल सफारी पार्क के अधिकारी चौकन्ना हुए हैं। दरअसल इस बार उत्तर और दक्षिण बंगाल दोनों ही इलाकों में अप्रैल के महीने में ही भीषण गर्मी पड़ रही है। ऐसी स्थिति में जंगली जानवरों को भी परेशानी हो रही है। इस स्थिति को भांपते हुए बंगाल सफारी पार्क में अतिरिक्त इंतजाम किये गये हैं।
ऐसा इसलिए करना पड़ा है क्योंकि पार्क के जंगली जानवरों को भी भीषण गर्मी से होने वाली परेशानी और उनकी बेचैनी को देखा गया है। इसलिए सफारी अधिकारियों ने बंगाल सफारी के जंगली जानवरों को गर्मी में ठंडा रखने के लिए विशेष इंतजाम किए। जंगली जानवरों को गर्मी से बचने के लिए ठंडा पानी लगातार उपलब्ध कराया जा रहा है।
बंगाल सफारी प्राधिकरण द्वारा कई जानवरों के लिए फलों और बर्फ की सिल्लियों तक का इंतजाम किया गया है। कुछ मामलों में उनके पिजड़े में एयर कूलर की भी व्यवस्था की गई है। सामाजिक जागृति आने की वजह से अब आम लोग भी अपने अपने घरों में पक्षियों को गर्मी से बचने के लिए पर्याप्त पानी की भी व्यवस्था करने लगे हैं।
उत्तर बंगाल वाइल्ड एनिमल पार्क के निदेशक कमल सरकार ने कहा कि जंगली जानवरों के लिए ठंडे फल और बर्फ की सिल्लियां उपलब्ध कराई जाती हैं। एयर कूलर भी उपलब्ध कराए जाते हैं। पर्याप्त पानी भी उपलब्ध कराया जाता है। रॉयल बंगाल टाइगर्स, हिमालयन ब्लैक बियर की गर्मी के लिए रोजाना पार्क में बर्फ की सिल्लियां लायी जा रही है।
बंगाल सफारी के हिमालयन ब्लैक बियर हमेशा की तरह बर्फ में खेल रहे हैं। ठंडे फल भी हैं जंगली जानवरों के लिए उपलब्ध कराया गया। यह सारे फल शाकाहारी जानवरों को दिए जा रहे हैं। इसके अलावा, तेंदुए, हिरण सहित अन्य जानवरों के लिए आश्रय प्रदान किए गए हैं। हाथियों के लिए शेड पहले से ही बनाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी में कोई पशु बीमार न हो, इसके लिए सभी पर नजर रखी जा रही है। बंगाल सफारी के एक पशु चिकित्सक वन्यजीवों पर नियमित नजर रखते हैं। अब पानी वाले इलाकों में हाथी और बाघ अधिकांश समय व्यतीत कर रहे हैं। वहां पर भी उनपर लगातार नजर रखी जा रही है।