रांचीः भाजपा प्रदेश महामंत्री एवम सांसद आदित्य साहू ने झारखंड में गैर मजरूआ जमीन की अवैध खरीद बिक्री, एवम ओरमांझी प्रखंड के मोटा ग्राम के गरीबों से जमीन की लूट के प्रयास का मामला शून्य काल, में राज्यसभा में उठाया।
भाजपा प्रदेश महामंत्री एवम राज्यसभा सदस्य आदित्य राज्यसभा झारखंड में सत्ता के संरक्षण में पदाधिकारियों की मिलीभगत से दलालों एवम बिचौलियों के द्वारा की जा रही लूट,कब्जा का मामला शून्यकाल में उठाया।
श्री साहू ने कहा कि जल,जंगल और जमीन की बात करने वाली झामुमोनित झारखंड सरकार में आज खान खनिज और बालू के साथ सरकारी जमीन की। लूट मची है। झारखंड जमीन के अवैध कारोबार का केंद्र बन गया है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ दबंगों के द्वारा दलितों,आदिवासियों की जमीन लूटी जा रही वही सरकारी गैमाजरुआ जमीन की धड़ल्ले से बंदोबस्ती की जा रही।इन मामलों में जमीन दलाल,बिचौलियों के साथ राज्य सरकार के अधिकारी भी शामिल हैं।
श्री साहू ने कहा कि हाल ही में एक प्रसिद्ध अखबार में छपी रिपोर्ट के आधार पर राज्य में 3लाख 62हजार 8सौ 67एकड़ सरकारी जमीन की अवैध जमाबंदी की गई है।
जिलावार जो आंकड़े हैं उसमे बोकारो जिला अवैध जमाबंदी में संख्या की दृष्टि से सबसे आगे है जिसमे 50622मामले दर्ज हैं जबकि रबका की दृष्टि से चतरा जिला सबसे आगे है जहां 99284.29एकड़ सरकारी जमीन की अवैध जमाबंदी की गई है।
इस प्रकार देखा जाए तो राज्य में अवैध जमाबंदी के 1.75लाख मामले निपटारे केलिए सरकारी कार्यालयों में दर्ज हैं लेकिन राज्य सरकार गंभीर नहीं है।जो आंकड़े है उसमे अबतक मात्र 6711मामलों का निष्पादन ही हो सका है। सांसद ने कहा कि ऐसा लगता है सरकार दलालों और बिचौलियों को बचाने केलिए मामलों में शिथिलता बरत रही। सरकारी योजनाओं केलिए जमीन खोजने से जल्द नहीं मिलते हैं।
श्री साहू ने वर्ष 1980_82 में रांची जिलांतर्गत ओरमांझी प्रखंड के मूटा ग्राम में सरकार द्वारा भूमिहीनों को दिए गए 100एकड़ जमीन को दबंगों द्वारा अवैध कब्जा के प्रयासों एवम भूमि मालिकों को डराने धमकाने का मामला भी उठाया।
उन्होंने कहा कि आज जमीन के मालिक दबंगों से डरे सहमे हुए हैं। श्री साहू ने इसकी जांच कराकर दलालों,बिचौलियों के खिलाफ कठोर कारवाई कराने की मांग की।