एक राष्ट्रीय वेबीनार में बजट के विषय पर अपनी बात रखी
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शिक्षा और तकनीकी शिक्षा पर ध्यान
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दस हजार अतिरिक्त मेडिकल की सीट
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शोध और विकास की बहुत आवश्यकता
नईदिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इस बजट में नवाचार, कौशल विकास तथा प्रधानमंत्री इंटर्नशिप के जरिए रोजगार उपलब्ध कराने पर विशेषरूप से फोकस किया गया है ताकि युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर सृजित हो सके। श्री मोदी ने 2025-26 के बजट पर एक राष्ट्रीय वेबीनार को संबोधित करते हुए बुधवार को कहा कि बजट में निवेश, अर्थव्यवस्था और नवाचार को महत्व दिया जा रहा है और नवोचार के क्षेत्र में निवेश को विशेष बढावा देने पर जोर दिया गया है।
यह अगले वित्त वर्ष के बजट पर इस साल का तीसरा वेबीनार है जिसमें सरकारों, उद्योग जगत-व्यापार के प्रतिनिधि तथा अन्य हितधारक शामिल थे। इन वेबीनार का उद्येश्य बजट के प्रावधानों को तत्परता से क्रियान्वित करना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति नेशनल को तकनीकी संभावनाओं के साथ जोड़ने और देश भर में दर्जनों भाषाओं में पठन-पाठन सामग्री उपलब्ध कराने का काम अभियान के रूप में चल रहा है।
उन्होंने कहा कि कौशल विकास पर सरकार का विशेष फोकस है और इसके तहत युवकों को ऐसा प्रशिक्षण दिया जाएगा जो उद्योगों की जरूरत को पूरा करेगा। इससे उम्मीद की जा सकती है कि इन प्रयासों की मदद से हमारे युवा विश्व स्तर के कौशल में महारथ हासिल कर सकेंगे। इसका मकसद युवाओं को बदलती दुनिया के साथ आगे बढाकर उनके लिए अवसर उपलब्घ कराने हैं ताकि उन्हें सीखने का एक प्लेटफार्म मिले।
इसके लिए रोजगार के इच्छुक युवाओं के लिए पीएम इंटर्नशिप शुरु किया गया है जिससे उद्योगों में युवाओं की भागीदारी हो सके। श्री मोदी ने कहा, इस बजट में 10 हजार अतिरिक्त मेडिकल सीटों की योजना की है। अगले पांच साल में 75 हजार सीटों का लक्ष्य है ताकि हर स्तर पर डिजिटल हेल्थ केयर स्थापित कर समाज के सबसे कमजोर वर्ग तक पहुंचा जा सके।
इससे आम आदमी के जीवन में बड़ा परिवर्तन आएगा और रोजगार के नये अवसर भी मिलेंगे लेकिन इसके लिए सबको मिलकर काम करने की जरूरत है ताकि बजट का लाभ हर व्यक्ति तक पहुंच सके। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को विनिर्माण क्षेत्र की ताकत बनाने की यात्रा में शोध और विकास कार्य का अहम योगदान है, इसे और आगे बढ़ाने और गति देने की आवश्यकता है। शोध और विकास के द्वारा नवोचारी उत्पाद पर फोकस कर उत्पाद के महत्व को बढाया जा सकता है।