फिर से लॉरेंस विश्नोई गिरोह ने हत्या की जिम्मेदारी ली
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पुत्र के कार्यालय के पास हुआ हमला
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कांग्रेस छोड़ एनसीपी में आये थे वह
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हमले के सिलसिले में दो गिरफ्तार
राष्ट्रीय खबर
मुंबईः यहां के प्रमुख राजनेता बाबा सिद्दकी की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है। उनपर हुए हमले में पड़ोस में खड़ा एक व्यक्ति भी घायल हुआ है। पुलिस में दर्ज सूचना के मुताबिक हमलावरों ने 66 वर्षीय बाबा सिद्दीकी पर उनके बेटे के कार्यालय के पास गोलीबारी की, जो स्वयं भी राजनीतिज्ञ है। हत्या के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पूर्व स्थानीय मंत्री सिद्दीकी महाराष्ट्र राज्य की राजनीति में एक वरिष्ठ व्यक्ति थे, जहां अगले महीने विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है। फरवरी में उन्होंने भारत की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस से नाता तोड़ लिया और असंबंधित क्षेत्रीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में शामिल हो गए, जो भाजपा के सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, जो सिद्दीकी की ही पार्टी से हैं, ने कहा कि वे कायरतापूर्ण हमले से स्तब्ध हैं। सिद्दीकी भव्य पार्टियों और बॉलीवुड सुपरस्टार्स के साथ घनिष्ठ संबंधों के लिए जाने जाते थे। शहर में एक प्रमुख हिंदू त्योहार की कड़ी सुरक्षा के बीच गोलीबारी हुई। इश वजह से विपक्षी दलों ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सुरक्षा में बड़ी चूक हुई है। राज्य सरकार ने पूरी जांच का वादा किया है।
हालांकि दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, लेकिन मकसद स्पष्ट नहीं है। पुलिस तीसरे संदिग्ध की तलाश कर रही है। कुछ भारतीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार संदिग्धों ने कहा है कि वे कुख्यात अपराधी लॉरेंस बिश्नोई द्वारा संचालित गिरोह से थे। बिश्नोई वर्तमान में 2022 में भारतीय रैपर सिद्धू मूस वाला की हत्या सहित कई हाई-प्रोफाइल हत्या मामलों में शामिल होने के लिए जेल की सजा काट रहा है।
यह गोलीबारी सिद्दीकी की सुरक्षा व्यवस्था को मौत की धमकियों के बाद अपग्रेड किए जाने के कुछ हफ़्ते बाद हुई। पुलिस के मुताबिक पूर्व महाराष्ट्र मंत्री बाबा सिद्दीकी के शूटरों को कथित तौर पर प्रीपेड कूरियर सेवा के माध्यम से एक पिस्तौल मिली थी। रविवार को रिपोर्ट में दावा किया गया कि हत्यारों को संभवतः अग्रिम भुगतान किया गया था और वे पंजाब की जेल में मिले थे। लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह ने मुंबई में बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली है।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अजित पवार गुट के नेता सिद्दीकी को शनिवार को बांद्रा के निर्मल नगर के पास गोली मार दी गई। बाद में शनिवार देर रात लीलावती अस्पताल में गोली लगने से उसकी मौत हो गई। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनकी योजना के बारे में कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए।
दोनों आरोपियों की पहचान हरियाणा के मूल निवासी गुरमेल सिंह और उत्तर प्रदेश के धर्मराज कश्यप के रूप में हुई। पुलिस के हवाले से बताया गया है कि तीसरे आरोपी की तलाश जारी है और मुंबई क्राइम ब्रांच की कई टीमें इस मामले की जांच कर रही हैं। इस हत्याकांड के सिलसिले में पकड़े गये लोगों ने कुर्ला में किराये के एक मकान में रहते हुए इस घटना को अंजाम दिया है। समझा जा रहा है कि हमला करने के पूर्व इनलोगों ने बाबा सिद्दकी के घर और कार्यालय दोनों का ठौर ठिकाना कई बार देखा था और अच्छी तरह रेकी करने के बाद ही हमला किया है।